कांकेर (उत्तर बस्तर)

Kanker: मजदूरों से नहीं…..बल्कि बड़े-बड़े मशीनों से हो रहा तालाब का निर्माण, अब बचते दिख रहे अधिकारी

संजय साहा@कांकेर। (Kanker) देश जिस समय कोरोना महामारी से जंग लड़ रहा हैं और वहीं वनकर्मी की मौजूदगी में विशालकाय तालाब का निर्माण बड़े-बड़े मशीनों से किया जा रहा हैं। जब मामला तूल पकड़ने लगा तब वन परिक्षेत्र के अधिकारी तालाब निर्माण में पल्ला झाड़ते दिखे।

(Kanker) गौरतलब है कि लाखों रुपयों की लगत से कैम्पा मद से बनने बाले तालाबों का प्राक्कलन तैयार कर स्वीकृति के लिए भेजी गई है। (Kanker) अभी तक कोई प्रशासनिक एवं तकनीकी स्वीकृति नहीं मिल पाई हैं। मगर विभाग के अधिकारियो को इतनी जल्दी है की तालाब निर्माण कार्य बंदूक की गोली से भी तेज रफ्तार से कराया जा रहा है। इस तालाब का निर्माण कार्य मजदूरों से कराया जाना था।

वन परिक्षेत्र कापसी की ओर से मजदूरों के हक को मारते हुए तालाब का निर्माण कार्य मशीनरी से करवा रहे हैं। मजदूरो को मजदूरी नहीं मिलने से गजेन्द्र उसेंडी जनपद सदस्य पित्तेगुडुम ने नाराजगी दिखाते हुए कहा कि इस परिस्थिति में मजदूरो को मजदूरी मिलना बहुत ही आवश्यक था। मगर अधिकारी-कर्मचारी ने मनाही कर दी है। किसी को काम में नहीं लिया जायेगा। जो बहुत ही गलत हैं। यह पर वन विभाग के बॉडीगार्ड की मौजूदगी व निगरानी में कार्य किया जा रहा है।

ग्रामीणों में आक्रोश

ग्रामीण सरवन पांडे, भिरुराम सलाम,राजेशिंग नरेटी ने बताया हम ग्रामीणों से कार्य नहीं लिया जा रहा हैं जबकि वर्तमान में सबकी आर्थिक स्तिथि ठीक नहीं हैं। मजदूरी बंद हो गया हैं। खाने-पिने के लाले पड़े हैं। गावं में  युवक बेरोजगार घूम रहे हैं और यह कार्य गावं में किया जा रहा हैं और हमें मजदूरी नहीं मिल रही हैं। जनपद सदस्य ने कहा मजदूरों का हक़ मारते हुए कार्य को करवा रहे हैं। इसकी शिकायत जिला कलेक्टर को जरुर करूंगा।

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