
रायपुर। पिछले साल महात्मा गांधी पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में शुक्रवार को कालीचरण की रायपुर की अदालत में पेशी हुई। कालीचरण को CJM भूपेंद्र वासनीकर की अदालत में पेश किया गया था। रायपुर कोर्ट ने कालीचरण मामले की सुनवाई की तारीख आगे बढ़ा दी। अब कालीचरण के वकीलों को 11 नवंबर की तारीख मिली है।
रायपुर की अदालत में कालीचरण ने कहा कि मैंने जो कुछ पहले कहा उस पर कोई अफसोस नहीं, मुझे न्याय प्रक्रिया पर पुरा भरोसा है। मैं न्यायपालिका का सम्मान भी करता हूं, जो न्याय प्रक्रिया का सम्मान नहीं करता देश द्रोही है। देश में हिन्दुओं का प्रचंड एकीकरण हुआ है,भारी समर्थन मिल रहा है। मुझे धर्मकार्य करनें में उत्साह आ गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
रायपुर में पिछले साल रावणभाटा मैदान में धर्म संसद का आयोजन हुआ था। यहां बतौर वक्ता महाराष्ट्र से कालीचरण आए। उसने कहा था कि इस्लाम का मकसद राजनीतिक तौर पर राष्ट्र पर कब्जा करना है। सन 1947 में हमने देखा है। मोहन दास करमचंद गांधी ने देश का सत्यानाश किया, नमस्कार है नाथूराम गोडसे को जिन्होंने उन्हें मार दिया। मंच से जब कालीचरण ने यह बात कही, तो भीड़ ने तालियां बजाईं, जय श्री राम के नारे भी लगाए। इसके बाद कालीचरण ने गांधी के लिए कुछ अपशब्दों का प्रयोग किया था। कुछ देर बाद जब बोलने की बारी आई, रायपुर के दूधाधारी मठ के प्रमुख महंत रामसुंदर दास ने कार्यक्रम का विरोध किया और उठकर चले गए। इसके बाद मामला थाने पहुंचा था।