दुर्ग। शहर के नामचीन सहेली ज्वेलर्स के ठिकानों पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। कार्रवाई सुबह से शुरू हुई और देर शाम तक जारी रही। सूत्रों के अनुसार, यह छापा शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत मारा गया है।
संयुक्त टीम ने ज्वेलर्स के संचालक से पूछताछ की और कारोबार से संबंधित वित्तीय दस्तावेज, खातों के रिकॉर्ड तथा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच की। बताया जा रहा है कि जांच दल को कुछ ऐसे लेनदेन के सबूत मिले हैं, जिन पर संदेह जताया जा रहा है। टीम ने बैंक विवरण, संपत्ति कागजात और अन्य वित्तीय अभिलेख जब्त किए हैं।
इसी दौरान, आईपीएस अधिकारी अभिषेक पल्लव के निवास पर भी अधिकारियों की एक टीम पहुंची। यह कार्रवाई चर्चित महादेव बेटिंग एप मामले से जुड़ी बताई जा रही है। हालांकि, इस मामले में आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि दोनों मामलों की जांच में कई बिंदुओं पर कड़ियां जुड़ रही हैं।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद यह ED की पहली बड़ी रेड है। इस छापेमारी को एजेंसियों की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें आर्थिक अपराधों और अवैध वित्तीय लेनदेन में शामिल नेटवर्क को तोड़ने पर जोर दिया जा रहा है।
शहर में इस कार्रवाई को लेकर दिनभर चर्चा रही। कई जगहों पर सुरक्षा बलों की मौजूदगी और एजेंसियों की गाड़ियों का आना-जाना देखने को मिला। अधिकारी फिलहाल मामले में कोई आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में जांच का दायरा और बढ़ाया जा सकता है, जिससे कई और नाम सामने आने की संभावना है।