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झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पुलिस मुठभेड़ में ढेर, एक पुलिसकर्मी घायल

रांची। झारखंड से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पुलिस के मुताबिक, अमन साहू को छत्तीसगढ़ जेल से रिमांड पर लाया जा रहा था।

इस दौरान पलामू जिले में पुलिस की वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे के बाद अमन साहू ने पुलिस से भागने की कोशिश की और पुलिस की बंदूक छीन कर फायर कर दिया। इस फायरिंग में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमन साहू को मुठभेड़ में मार गिराया।

रायपुर से लेकर निकले थे अफसर

रायपुर की जेल से गैंग ऑपरेट करके झारखंड में गोली चलवाने वाले गैंगस्टर अमन साव अब झारखंड पुलिस की कस्टडी में है। झारखंड पुलिस आरोपी को रायपुर से लेकर रवाना हो गई है।

गैंगस्टर साव पर आरोप है, कि उसने रायपुर जेल में बैठकर अपने गुर्गो को आदेश दिया और काेयला कारोबारी पर हमला हो गया। झारखंड पुलिस आरोपी से केस में पूछताछ करने के लिए से वहां लेकर गई है। बहराल आरोपी रायपुर के कारोबारी को धमकाने के आरोप में जेल में बंद था। रायपुर पुलिस आरोपी को आने वाले दिनों में दोबारा कस्टडी में लेगी।

कौन था अमन साव

रिपोर्ट्स के अनुसार, गैंगस्टर अमन साव पहली बार 2019 में गिरफ्तार हुआ था। लेकिन 29 सितंबर 2019 को ही वह फरार हो गया। पुलिस ने उसे 3 साल बाद जुलाई 2022 में दोबारा गिरफ्तार किया। साव अभी झारखंड के गिरिडीह जेल में बंद है। बताया जाता है कि अमन साहू के गिरोह के पास एडवांस हथियार हैं जिसके दम पर वह अपने खौफनाक मंसूबों को अंजाम देते हैं।

झारखंड के इन जिलों में फैला है साव गैंग का नेटवर्क

  • धनबाद
  • रांची
  • रामगढ़
  • चतरा
  • हजारीबाग
  • पलामू
  • लातेहार
  • बोकारो

ढाई साल में साव को नौ बार जेल से शिफ्ट किया गया

पुलिस सूत्रों के अनुसार अमन साव बीते ढाई साल से झारखंड की जेल में बंद है। लेकिन वो जेल से ही पूरे गैंग को ऑपरेट कर रहा है। झारखंड पुलिस गैंगस्टर अमन साव पर प्रतिबंध लगाने में असफल साबित हो रही है। यही वजह है कि पुलिस उसे बार-बार राज्य के अलग-अलग जेलों में ट्रांसफर कर रही है। गैंगस्टर अमन साहू को बीते ढाई साल में नौ बार अलग-अलग जेलों में रखा गया है।

साव गैंग में 145 गुर्गे, 250 से अधिक हथियार

6 महीने पहले CID ने ATS को जो रिपोर्ट सौंपी थी उसके अनुसार अमन साव के गिरोह में 145 गुर्गे हैं। इनमें 99 जेल से बाहर हैं। इस गैंग के पास 5 एके-47 सहित 250 से ज्यादा हथियार हैं। जेल जाने के बाद अमन साव की गैंग को अमन के गाइडेंस पर मयंक सिंह चला रहा है।

अमन पर अलग-अलग थानों में 124 से ज्यादा केस दर्ज हैं। मयंक मूल रूप से यूपी के देवरिया का रहने वाला है। अमन साव गिरोह के पास 250 से अधिक हथियार हैं। जिसमें 9 कार्बाइन, 70 देसी कट्टा और 166 पिस्टल हैं।

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