नक्सली ने किया आत्मसमर्पण : 5 लाख का था ईनामी, नक्सली संगठन में रह चुका है 25 साल का लंबा इतिहास

कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में 5 लाख रुपए के इनामी नक्सली कमांडर कमलदास ने आत्मसमर्पण कर दिया है। वह उत्तर बस्तर डिविजन की टेक्निकल टीम एरिया कमेटी में कमांडर के पद पर कार्यरत था। कमलदास ने नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का निर्णय लिया। वह कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्रों में कई मुठभेड़ों में शामिल रहा है।
कमलदास का नक्सली संगठन में 25 साल का लंबा इतिहास रहा है। वह 1998 से 2001 तक जनमिलिशिया सदस्य, 2005 से 2007 तक किसकोडो दलम में और 2008 से 2011 तक बुधयारमारी LOS कमांडर के रूप में कार्यरत रहा। 2011 से 2016 तक पूर्वी बस्तर डिविजन के टेक्निकल डिपार्टमेंट में काम करने के बाद, 2016 से 2024 तक उसने उत्तर बस्तर डिविजन में टेक्निकल टीम एरिया कमेटी कमांडर के रूप में जिम्मेदारी निभाई।
कमलदास न केवल नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था, बल्कि भरमार बंदूक, हैंड ग्रेनेड और देशी लांचर बनाने और अन्य हथियारों की मरम्मत में भी माहिर था। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया। आत्मसमर्पण के बाद कमलदास को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति के तहत 25,000 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी गई है।
सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से माओवादी संगठन में भय का माहौल है, जिसके कारण कई नक्सली अब संगठन छोड़कर समाज की मुख्यधारा में वापस आ रहे हैं। यह आत्मसमर्पण नक्सलवाद के खिलाफ जारी अभियान के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।