दिल्ली। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो लगातार चौथे दिन क्रू मेंबर्स (पायलट और केबिन क्रू) की कमी से जूझ रही है।
शुक्रवार सुबह तक दिल्ली, बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद में 391 उड़ानें कैंसिल हो चुकी हैं। इसमें दिल्ली में 225, बेंगलुरु में 102, पुणे और हैदराबाद में 32-32 उड़ानें रद्द हुई हैं। कई फ्लाइट्स में देरी भी हुई, जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
यात्री एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार करते रहे, लेकिन उन्हें कोई ईमेल या मैसेज नहीं मिला। गोवा एयरपोर्ट पर एक महिला यात्री ने बताया कि सुबह 5 बजे से इंतजार कर रहे थे, लेकिन उड़ान कैंसिल हो गई। अहमदाबाद में भी यात्रियों का सामान लौटाने में देरी हुई।
इस संकट की वजह DGCA द्वारा लागू नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियम हैं। पायलट और क्रू को पर्याप्त आराम देने के लिए नियमों में बदलाव किए गए हैं। पहले चरण का नियम जुलाई में और दूसरा चरण नवंबर से लागू हुआ। इंडिगो में नवंबर में 1,232 उड़ानें कैंसिल हुईं, जिनमें 755 उड़ानें FDTL नियमों के कारण रद्द हुईं।
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने एयरलाइन की स्थिति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि फ्लाइट संचालन जल्द सामान्य किया जाए और यात्रियों को किसी भी तरह की अतिरिक्त लागत या असुविधा न हो। देरी या कैंसिल होने पर यात्रियों को होटल, खाना और अन्य सुविधाएं समय पर दी जाएं।
इंडिगो के पास 434 विमान और 2,300 से ज्यादा घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें हैं। एयरलाइन में 5,456 पायलट और 10,212 केबिन क्रू मेंबर हैं, लेकिन नए FDTL नियमों के कारण उनकी उपलब्धता प्रभावित हुई है। एयरलाइन ने यात्रियों से अपील की है कि फ्लाइट पर जाने से पहले स्टेटस जरूर चेक करें।
इस संकट ने देशभर के एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी मचा दी है, और यात्री सोशल मीडिया पर एयरलाइन की आलोचना कर रहे हैं। इंडिगो का कहना है कि जल्द स्थिति सामान्य करने की कोशिश जारी है।
