रायपुर। रायपुर क्रिकेट स्टेडियम में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा वनडे मुकाबला खेला गया, जिसमें टीम इंडिया को पहली बार हार का सामना करना पड़ा। मैच रोमांचक रहा, लेकिन व्यवस्थाओं की कमी और महंगे सामान ने दर्शकों की खुशी कम कर दी।
स्टेडियम में प्रवेश के लिए हार्ड कॉपी टिकट अनिवार्य थी, लेकिन कई दूर-दराज से आए दर्शकों को इसकी जानकारी नहीं थी। ऑनलाइन टिकट रखने वाले सैकड़ों लोग बिना मैच देखे लौट गए। स्टेडियम में खाने-पीने की सामग्री चार गुना दामों पर बेची गई। चिप्स 150 रुपए, आइसक्रीम 200 रुपए, समोसा समेत अन्य सामान भी महंगे थे। कैश पेमेंट अनिवार्य होने के कारण लोग और परेशान रहे।
मैच में हर स्टैंड की क्षमता से 20-25% अधिक भीड़ देखी गई। सीटों के अलावा सीढ़ियों और गलियारों तक लोग खड़े रहे। कई परिवार छोटे बच्चों के साथ लौट गए। ब्लैक में टिकट बेचे गए, असली कीमत 3500 रुपए का टिकट दलालों ने 8000 रुपए में बेचा। कुछ दर्शक तो दीवार फांदकर अंदर घुस गए।
मैच से पहले और बाद में स्टेडियम और आसपास के इलाके लंबा जाम लगा। वाहनों की कतारें कई किलोमीटर तक फैली रहीं। कोहली के शतक पर फैंस ने मोबाइल फ्लैश लाइट जलाकर जश्न मनाया, लेकिन विजेता टीम साउथ अफ्रीका का झंडा मैदान में लहराया।
सरकारी अफसरों की ड्यूटी मैच और एसआईआर में लगी होने से कलेक्टोरेट, तहसील और नगर निगम में जनता को बिना काम के लौटना पड़ा।
दर्शकों ने कहा कि मैच का अनुभव रोमांचक रहा, लेकिन अव्यवस्था, महंगे सामान और ब्लैक मार्केटिंग ने उत्साह को प्रभावित किया। रायपुर में इस तरह का क्रिकेट आयोजन पहली बार होने के कारण प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठे हैं।
