IMF से हटाए गए भारत के कार्यकारी निदेशक डॉ. सुब्रमण्यम

दिल्ली। भारत सरकार ने इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) में भारत के प्रतिनिधि डॉ. के. वी. सुब्रमण्यम की सेवाएं अचानक खत्म कर दी हैं। सरकार ने इसका कारण नहीं बताया है। यह फैसला 30 अप्रैल को लिया गया था, और 3 मई से उनका नाम IMF की वेबसाइट से हटा दिया गया है।
तीन साल का कार्यकाल, 6 महीने पहले ही विदाई
डॉ. सुब्रमण्यम को अगस्त 2022 में IMF में भारत का कार्यकारी निदेशक बनाया गया था। उनका कार्यकाल तीन साल का था, लेकिन सरकार ने उन्हें समय से पहले हटा दिया। अभी नए निदेशक के नाम का ऐलान नहीं हुआ है।
9 मई को अहम बैठक, पाकिस्तान को मिलनी थी मदद
IMF की 9 मई को एक बड़ी बैठक होनी है, जिसमें पाकिस्तान को मिलने वाली अतिरिक्त आर्थिक मदद पर चर्चा होगी। खबरों के मुताबिक, भारत इस मदद का विरोध कर सकता है, क्योंकि उसे आतंकवाद से जुड़ी चिंताएं हैं। सुब्रमण्यम की विदाई ठीक इस बैठक से पहले हुई है।
IMF में भारत की भूमिका क्या है
IMF दुनिया के देशों को आर्थिक सलाह और मदद देने वाली संस्था है। इसके 24 कार्यकारी निदेशक होते हैं, जो अलग-अलग देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत का एक स्वतंत्र निदेशक होता है, जो भारत की बात IMF में रखता है।
कौन हैं सुब्रमण्यम
डॉ. सुब्रमण्यम ने IIT खड़गपुर से इंजीनियरिंग, IIM कोलकाता से MBA और शिकागो यूनिवर्सिटी से PhD की है। वे भारत सरकार के 17वें मुख्य आर्थिक सलाहकार भी रह चुके हैं और इस पद पर पहुंचने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे।