CG: मदनवाड़ा नक्सली हमले कि रिपोर्ट पर कैबिनेट में मंत्री ने उठाए सवाल, बड़े नुकसान के लिए बड़े पुलिस अधिकारी को बताया जिम्मेदार, वरिष्ठ मंत्री ने कहा- यह गलत परंपरा

रायपुर। मदनवाड़ा जंगल में हुए नक्सली हमले पर न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट कैबिनट में पेश हो गई है। जस्टिस शंभुनाथ श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित आयोग ने इस रिपोर्ट में बड़े नुकसान के लिए तत्कालीन बड़े पुलिस अधिकारी को जिम्मेदार बता रही है। जिसके बाद कैबिनेट की बैठक में उपस्थित मंत्री ने इस पर आपत्ति दर्ज की। बैठक के दौरान एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा, किसी घटना के लिए वहां मौजूद सबसे बड़े अफसर को दोषी बता देना गलत परंपरा होगी। ऐसे तो किसी दिन ऐसी किसी घटना के लिए डीजीपी को भी दोषी ठहरा दिया जाएगा। लेकिन मंत्री की बात को अनसुना कर इस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया। अब रिपोर्ट को विधानसभा के बजट सत्र में पेश किया जाएगा।
2019 में न्यायिक जांच आयोग की हुई थी घोषणा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सितम्बर 2019 में मदनवाड़ा कांड की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग की घोषणा की थी। जनवरी 2020 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के रिटायर्ड जज न्यायमूर्ति शंभुनाथ श्रीवास्तव को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया। करीब 18 दिन पहले उन्होंने अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपी।
आयोग ने इन बिंदुओं पर जांच की है
• मुठभेड़ में माओवादियों को हुए नुकसान और उनके मरने और घायल होने की जांच।
• सुरक्षाबलों के जवान किन परिस्थितियों में शहीद हुए अथवा घायल हुए।
• घटना से पहले, उसके दौरान और बाद के तथ्य जो उससे संबंधित हों।
• सुरक्षा की निर्धारित प्रक्रियाओं और निर्देशों का पालन किया गया या नहीं।
• किन परिस्थितियों में एसपी और अन्य सुरक्षाबलों को उस अभियान में भेजा गया।
• क्या घटना को घटित होने से बचाया जा सकता था।
• एसपी और जवानों के लिए क्या अतिरिक्त बल उपलब्ध कराया गया, अगर हां तो स्पष्ट करना है।
• क्या राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों के बीच समुचित समन्वय रहा है।
• घटना किन परिस्थितियों में हुई थी।