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उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले कैसे बढ़ी बीजेपी की ताकत, राज्यसभा में आंकड़ा पहुंचा 102 के पार

दिल्ली। संसद के मॉनसून सत्र के बीच सियासी हलचल तेज हो गई है। सत्र की शुरुआत से ठीक पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जबकि उनका कार्यकाल 2027 तक था। उनके इस्तीफे के साथ ही नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इस बीच एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम में बीजेपी की राज्यसभा में ताकत और बढ़ गई है।

दरअसल, हाल ही में राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए चार सदस्यों को मनोनीत किया था। इनमें से तीन उज्ज्वल निकम (वरिष्ठ वकील), हर्षवर्धन श्रृंगला (पूर्व विदेश सचिव), और सी. सदानंदन मास्टर (समाजसेवी) ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। इन तीनों के पार्टी में आने से बीजेपी की राज्यसभा में कुल संख्या 102 हो गई है, जो अप्रैल 2022 के बाद पहली बार 100 के पार पहुंची है।

राज्यसभा में कुल 250 सदस्य हो सकते हैं, जिनमें से 12 को राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किया जाता है। अभी सदन में कुल 245 सदस्य हैं, जिनमें से पांच मनोनीत सदस्य अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को होना है। उपराष्ट्रपति का चुनाव राज्यसभा और लोकसभा दोनों मिलकर करते हैं, लेकिन उच्च सदन यानी राज्यसभा में संख्या बल अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में बीजेपी की इस बढ़त से उसकी स्थिति उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में और मजबूत हो गई है, जिससे सत्ता पक्ष को रणनीतिक बढ़त मिल सकती है।

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