
अंकित सोनी@सूरजपुर. देश तो आगे बढ़ रहा है, लेकिन आज भी छत्तीसगढ़ के कई इलाके ऐसे है जो मुख्यधारा से नही जुड़ पाए हैं और यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. सूरजपुर के कई इलाकों में आज भी इलाज के लिए मरीजों को एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हो पा रहा. जिसके वजह से ग्रामीण मरीज को खाट में ले जाने के लिए विवश हैं. यह पूरा मामला जिले के ओड़गी जनपद पंचायत के दूरस्थ गांव आनंदपुर का है. जहाँ राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जनजाति के लगभग 350 लोग रहा करते हैं. इनको घर तक पहुंचने के लिए लगभग 4 किलोमीटर पगडंडी रास्ते से पैदल सफर करना पड़ता है. सड़क ना होने की स्थिति में यहां जब भी कोई बीमार पड़ता है तो उसे खाट पर उठाकर कर पहुंच मार्ग तक लाया जाता हैं और गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंचने की हालत में बीमार लोगों को मेडिकल सहायता से वंचित रहना पड़ता है।
परिजन खाट पर लेकर पैदल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे
ऐसी ही एक घटना बीते शुक्रवार को भी हुई जब गांव के इमलीपारा की एक महिला सोनकुवंर को सांप ने काट लिया था। जिससे बेहोशी की हालत में परिजन खाट पर लेकर पैदल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ओड़गी पहुँचे। जिसके बाद महिला की जान बच पाई, लेकिन सवाल यह उठता है. आखिर कब तक इन ग्रामीणों को यूँ ही मूलभूत सुविधाओं के लिए की जंग लड़नी पड़ेगी और यह कब मुख्य धारा जुड़ पाएंगे।