उत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ से तबाही, राजस्थान में ड्रोन से रेस्क्यू, स्कूलों में अवकाश

दिल्ली। उत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ ने कई राज्यों में जनजीवन प्रभावित किया है। राजस्थान के कई जिलों में रविवार को मूसलाधार वर्षा हुई, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया। उदयपुर में सेना ने ड्रोन की मदद से आयड़ नदी में फंसे एक युवक को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके अलावा अन्य इलाकों में भी रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों को बचाया गया।
भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में बरसाती नदी में बहती कार में एक युवक की डूबने से मौत हो गई। अजमेर के नसीराबाद में लगातार बारिश के बीच एक जर्जर मकान गिर गया। सिरोही जिले में एक जीप नदी में गिर गई, लेकिन चालक ने अपनी जान बचा ली। जालौर और डूंगरपुर में भारी वर्षा के कारण सोमवार को स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।
अलवर जिले के खेड़ली सैयद गांव में एक घर का हिस्सा गिरने से दो बच्चे मलबे में दब गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। चित्तौड़गढ़ में बेचड़ नदी उफान पर है, जबकि कोटा में गांधी सागर बांध और कोटा बैराज के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई।
उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भी मौसम का असर देखा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में तीन दिन धूप रहने के बाद बारिश हुई, जबकि हिमाचल प्रदेश में मौसम साफ रहा। कुल्लू में अभी भी दो राष्ट्रीय राजमार्ग और 824 सड़कें बाधित हैं। दिल्ली-एनसीआर में बारिश का सिलसिला लगभग थम चुका है, लेकिन उमस बढ़ गई है। मौसम विभाग ने दिल्ली का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया।
बिहार के जमुई जिले में वर्षा से एक कच्चे मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि उनकी मां और नानी गंभीर रूप से घायल हैं। उत्तरकाशी के हर्षिल और धराली में आपदा के लगभग एक माह बाद भागीरथी नदी किनारे मानव अंग बरामद हुआ, जो 5 अगस्त के सैलाब में लापता लोगों से संबंधित हो सकता है। इस आपदा में कुल 69 लोग लापता हुए थे, जिनमें नौ सेना जवान भी शामिल हैं।