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सरकारी तंत्र की गड़बड़ी: 1900 में जन्मे दिखे लाभार्थी, 2024 में मिला मुख्यमंत्री आवास

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सरकारी तंत्र की एक अनोखी कहानी सामने आई है। करछना ब्लॉक क्षेत्र के पूरा घीसन ग्राम पंचायत में दर्जनों लोगों को मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ मिला, लेकिन उनके अभिलेखों में जन्मतिथि 1 जनवरी 1900 दर्ज है। यानी सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार उनकी उम्र 124 साल से अधिक हो चुकी है।

गांव की कचरहिया, कमला देवी, कंचन देवी, कमलेश, दिव्य कुमारी, चंपा, शीला देवी, राजाराम और राजेंद्री समेत लगभग 20 लोगों को आवास स्वीकृत हुए। इनमें से कुछ ने मकान बनवा लिया है, जबकि कुछ में निर्माण कार्य जारी है। योजना के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रत्येक लाभार्थी की एक आईडी बनाई जाती है, जिसमें व्यक्तिगत जानकारी और निर्माण की प्रगति दर्ज होती है। इसी में उनकी जन्मतिथि 1900 दिखाई दे रही है।

हैरानी की बात यह है कि सभी लाभार्थियों की जन्मतिथि एक ही है। ग्रामीणों के अनुसार वास्तविक उम्र इससे काफी कम है। कचरहिया ने आधार कार्ड दिखाकर बताया कि उनकी उम्र 67 साल है, न कि 125। कई लाभार्थियों की जाति श्रेणी में भी गड़बड़ी पाई गई है। योजना में जियोटैगिंग की गड़बड़ियां भी सामने आईं। कचरहिया और कमला देवी की आईडी पर एक ही मकान की फोटो अपलोड है। इसी तरह कंचन देवी और कमलेश, तथा राजाराम और राजेंद्री की आईडी पर भी एक ही मकान की तस्वीर दर्ज है।

ग्राम पंचायत सचिव का कहना है कि जन्मतिथि आधार कार्ड के आधार पर डाली गई है और कई गांवों में लोगों की एक जैसी तिथियां दर्ज की गई हैं। परियोजना निदेशक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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