गोवा नाइट क्लब अग्निकांड: थाईलैंड में पकड़े गए लूथरा ब्रदर्स, भारत लाने की प्रक्रिया शुरू

गोवा। गोवा के ‘बिर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब में लगी भीषण आग के मुख्य आरोपी सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा को थाईलैंड से भारत लाने की प्रक्रिया तेज हो गई है।

गुरुवार को फुकेट पुलिस ने दोनों को भारतीय एजेंसियों की अपील पर हिरासत में लिया। थाई पुलिस अब उन्हें फुकेट से बैंकॉक ले जा रही है, जहां सुवर्णभूमि एयरपोर्ट पर भारतीय अधिकारी उन्हें कस्टडी में लेकर इमिग्रेशन डिटेंशन सेंटर शिफ्ट करेंगे। पासपोर्ट रद्द होने के चलते भारतीय दूतावास उन्हें इमरजेंसी ट्रैवल सर्टिफिकेट जारी करेगा। सभी औपचारिकताओं के बाद दोनों को फ्लाइट से पहले दिल्ली, फिर गोवा भेजा जाएगा।

गोवा DGP आलोक कुमार के अनुसार, प्रत्यर्पण प्रक्रिया में कम से कम चार दिन लगेंगे और सोमवार तक दोनों के भारत पहुंचने की उम्मीद है। वहीं मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि दिल्ली पहुंचते ही गोवा पुलिस दोनों को औपचारिक रूप से हिरासत में लेगी।

इस बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लूथरा ब्रदर्स 42 फर्जी कंपनियों से जुड़े हैं, जो दिल्ली के एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं। कॉर्पोरेट रिकॉर्ड में दोनों कई कंपनियों और LLPs के डायरेक्टर या पार्टनर हैं, जिनका इस्तेमाल कथित रूप से बेनामी लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा सकता है। इसकी जांच शुरू हो चुकी है।

6 दिसंबर की रात नाइट क्लब में लगी आग में 25 लोगों की मौत हो गई थी। घटना के तुरंत बाद दोनों भाई थाईलैंड भाग गए। जांच में सामने आया कि आग लगने के दौरान ही उन्होंने थाईलैंड की टिकटें बुक कर ली थीं, जब फायर ब्रिगेड रेस्क्यू में जुटी थी। इंटरपोल ने इनके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया था।

वहीं, दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए याचिका डाली थी, दावा करते हुए कि वे भारत लौटना चाहते हैं, लेकिन गोवा पुलिस पहले ही उनके खिलाफ NBW (गैर-जमानती वारंट) जारी कर चुकी है।

अब तक इस केस में क्लब मैनेजमेंट के 5 स्टाफ और एक मालिक अजय गुप्ता सहित 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आग के दौरान क्लब में करीब 100 लोग मौजूद थे और छत से उठे धुएं व किचन में फैलती लपटों के कारण सबसे ज्यादा मौतें हुईं।

Exit mobile version