सरगुजा-अंबिकापुर

Ambikapur: कब सुधरेंगे हालात! प्रशासन ने मूंद ली आंखें, ना मिल पाया सड़क, ना बिजली, मूलभूत सुविधाओं के इंतजार में 21 वीं सदी का ये गांव, Video

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Ambikapur) प्रदेश में आज भी ऐसे कई गांव है जहाँ आज तक मूलभूत सुविधाएं नही पहुँच सकी है. हम बात कर रहे है सरगुजा जिले के डुमरडीह  के आश्रित ग्राम परसाढोढ़ी की. जहा की आबादी 300 के करीब हैं. लेकिन आज भी यह गाँव मूलभूत सुविधाओं की बाट जोह रहा है.

(Ambikapur) सरगुजा मुख्यालय से 100 किलोमीटर में बसा यह गाँव जहां इन ग्रामीणों की तकलीफ सुनने वाला कोई नहीं है.भले ही नेता चुनाव के दौरान किसी तरह वोट के लिए यहाँ तो पहुच जाते हैं. लेकिन चुनाव जीतने के बाद इस गांव का दर्द सुनने के लिए कोई आता ही नही है. इस अश्रित ग्राम के पंच ने बताया कि कई दशकों से यहां सड़क, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं है. जिसकी वजह से किसी भी तरह अपना जीवन यापन करने को मजबूर है.

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खराब सड़कों पर चलने को मजबूर ग्रामीण

(Ambikapur) इन ग्रामीणों का दर्द इतना ही नही था.सरकार के द्वारा चलाई जा रही खाद्यान्न योजना का लाभ लेने के लिए 25 किलोमीटर खराब सड़को में चलकर खाद्यान्न योजना का लाभ मिल पाता है. अगर कम दूरी तय करके लाना हो तो घोड़े में बैठकर पहाड़ी रास्तो से होकर लाना पड़ता है. ग्रामीणों की मांग है कि सड़क ,बिजली,स्वास्थ्य और खाद्यान्न का वितरण इसी गांव में किया जाए. ताकि हमे इन खराब सड़को या जंगलो के रास्ते में जाने की जरूरत नही पड़ेगी.

मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों से ली जानकारी

जब हमने इस गांव की समस्या से प्रदेश के खाद्द मंत्री अमरजीत भगत को अवगत कराया तो संवेदनशील मंत्री के नाते तत्काल इस गांव की जानकारी जिले के अधिकारियों से मांगी. इस गांव के लिए सड़क और खाद्यान्न वितरण के लिए अधिकारी को रिपोर्ट तैयार कर  इस गांव के लिए मूलभूत आवश्यकताओं को पूरी करने के निर्देश दिये हैं

खाद्य मंत्री ने लिया संज्ञान में

इस गांव की आबादी भले ही सैकड़ो की संख्या में हो. लेकिन आज भी मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाना स्थानीय विधायक और जिले के अधिकारियों के  कार्यो पर प्रश्नचिन्ह लगता हुआ नजर आ रहा है. बहरहाल खाद्य मंत्री ने तो इस गांव की समस्या को संज्ञान में ले लिया है. अब देखना होगा कि कब तक इस गांव को मूलभूत सुविधा मिल सकेगी।

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