Gariyaband: भाजयुमो के जिलाध्यक्ष ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, जांच के लिए पीएम मोदी को पत्र लिख उच्च स्तरीय जांच की मांग

रवि तिवारी@देवभोग।  (Gariyaband) नेशनल हाईवे सड़क के मरम्मत कार्य को लेकर भाजयुमो शुरू से ही विरोध करता आ रहा है। भाजयुमो के जिलाध्यक्ष डॉक्टर योगीराज माखन कश्यप (BJYM District President Dr Yogiraj Makhan Kashyap) ने लगातार विभाग के अधिकारियों के साथ ही ठेकेदार से सम्पर्क कर मरम्मत कार्य को सही तरीके से करने के लिए भी कहा था। विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने जिलाध्यक्ष की एक ना सुनी,और मनमानी तरीके से नेशनल हाईवे के मरम्मत के काम को अंजाम दे दिया। (Gariyaband) वही कार्य में गुणवत्ता को ताक में रखकर किये गए मरम्मत कार्य से जिलाध्यक्ष डॉक्टर योगीराज माखन कश्यप बहुत ज्यादा नाराज़ हो गए। इसी क्रम में उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर नेशनल हाईवे के 130 सी में किये गए मरम्मत कार्य के लिए उच्च स्तरीय जांच कर जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ठेकेदार का लाइसेंस भी रद्द करवाने की मांग पीएम को लिखे पत्र में किया है।

पत्र में जिलाध्यक्ष ने रखी है ये मांग

पीएम मोदी को भेजे गए पत्र में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष ने मांग रखी है कि धवलपुर से मदाग़मुडा तक 69 किलोमीटर मार्ग को अतिस्तर हीन निर्माण किया जा रहा है,जिसके बारे में शिकायत विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी तथा ठेकेदार तक को सूचित करने के बाद भी स्तर हीन मरम्मत कार्य की जांच किसी ने नहीं की। ऐसे में पीएम को भेजे गए पत्र में जिलाध्यक्ष ने मांग की है कि मरम्मत कार्य की जांच उच्च स्तर से किया जाए। डॉक्टर कश्यप ने कहा कि यह सड़क सीधे राजधानी से देवभोग और मैनपुर को जोड़ता है। यह मुख्य सड़क होने के कारण वाहनों का आवागमन भी हमेशा जारी रहता है। ऐसे में जिस तरह विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने  ठेकेदार को संरक्षण देकर स्तरहीन काम को अंजाम दिया है। उसकी भी जांच भाजयुमो उच्च स्तर से करवाएगा।

सोल्डर में मुरम की जगह डाला गया मिट्टी

भाजयुमो के जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सोल्डर में मुरम की जगह मिट्टी डाला गया है। डाले गए मिट्टी पर ना ही पानी डाला गया है और ना ही ठीक से उसे दबाने के लिए रोलर चलाया गया है। ठीक से पिचिंग नही करवाने के चलते साइड सोल्डर में बड़े बड़े वाहन धस रहे हैं. जिसके चलते सड़क पर आए दिन जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है। जिसका खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है।

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