Gariyaband: मुख्य नहर पर बनी पुलिया में आई दरार, किसानों के खेत में पहुँचा पानी फसल हुई चौपट, अधिकारी मौन

रवि तिवारी@देवभोग। (Gariyaband) उरमाल मुख्य नहर पर बनाया गया पुलिया कुछ ही सालों में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। स्थिति यह है कि नहर के पुलिया में दरारें पड़ गयी है। दरारें पड़ने से बारिश का पानी नहर से होते हुए सीधा दरार से होकर खेतों तक पहुँच रहा है। हर साल यह पानी खेतों तक पहुँचकर सीधा किसानों का फसल चौपट कर रहा हैं। अब किसानों द्वारा सिंचाई विभाग के देवभोग एसडीओ को आवेदन कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया गया है।
किसानों का आरोप है कि पिछले तीन साल से मामले की जानकारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को है लेकिन इसके बाद भी किसानों की समस्या को हल करने में जिम्मेदार अधिकारी रुचि नही ले रहे है। जिसके चलते आज भी किसानों की समस्या जस की तस बनी हुई है। मामले में किसान गोपबंधु कश्यप,डीएन साहू,टेकराम कश्यप ने बताया कि जिम्मेदार अधिकारियों को मामले की पुरी जानकारी है,इसके बाद भी वे चुप्पी साधे बैठे है। किसानों ने कहा कि करीब दो साल पहले नहर में बनाये गए पुलिया के दरारों से पानी खेत तक पहुँच गया था और उरमाल,चनाभाठा के 7 किसानों का करीब 5 एकड़ का फसल भी उस दौरान बर्बाद हो गया था। किसान गोपबंधु के मुताबिक उस दौरान उनका दो मेड़ भी पानी में डह गया था,लेकिन उस दौरान भी विभाग ने उचित कदम उठाना मुनासिब नही समझा,जबकि विभाग को उस दौरान भी पृरी घटना की जानकारी थी।
मांग पर विचार नही हुआ तो बोरा डालकर पानी लेने को मजबूर हुए किसान
किसान गोपबंधु कश्यप ने बताया की चैन नम्बर 155 में एक डिस्ट्रीब्यूटर शाखा है, जो धौराकोट की ओर आती है, वहां पर गेट निर्माण के लिए अंचल के पूरे किसान कई वर्षो से मांग कर रहे है, लेकिन आज तक उनकी मांगों पर विभाग ने ध्यान नही दिया और ना ही उचित कदम उठाना मुनासिब समझा। वही विभागीय अधिकारियों के द्वारा बातों को अनसुना करने के बाद मजबूरी वश किसान बोरी में रेत भरकर वहां रेत डालकर पानी ले जाने को मजबूर हो गए है।
मामले को लेकर सिंचाई विभाग के देवभोग एसडीओ आर.के. सिंघई से सम्पर्क करना चाहा लेकिन उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नही समझा।