
रवि तिवारी@देवभोग। आमजनों की समस्या को गंभीरता से लेकर उसका तत्काल निराकरण करने वाले जिले के कलेक्टर प्रभात मलिक अपने कार्यप्रणाली और व्यवहार के चलते आमजनों के नजर में अपनी एक अलग ही छाप छोड़ चुके हैं. कलेक्टर समस्या को सुनते ही उसका तत्काल निराकरण कर आमजनों को राहत भी देते हैं। वहीं कलेक्टर की कार्यप्रणाली ने एक बार फिर सुपेबेड़ा के लोगों को आकर्षित किया है.
दरअसल जिले के कलेक्टर प्रभात मलिक आज सुपेबेड़ा के दौरे पर पहुँचे थे. जैसे ही कलेक्टर साहब सुपेबेड़ा पहुँचे. ग्रामीणों ने उनके सामने समस्याओं का अम्बार लगा दिया. ग्रामीणों ने पहले एक सामुदायिक भवन की मांग की. दूसरी बड़ी समस्या यह बताया कि गॉव का प्राथमिक शाला भवन सड़क से लगा हुआ है. यहां बच्चे खेलते रहते हैं. ऐसे में डर बना रहता है कि कभी कोई दुर्घटना ना घट जाये. तीसरी मांग ग्रामीणों ने स्कूल के खेल मैदान समतलीकरण का रखा. वहीं ग्रामीणों की मांग को ध्यान से सुनने के बाद कलेक्टर ने तत्काल जिला पंचायत सीईओ को मौक़े पर ही निर्देशित किया कि ग्रामीणों के द्वारा अवगत करवाए गए काम की स्वीकृति दी जाये.
इस दौरान गॉव के महेंद्र मसरा ने कलेक्टर को अवगत करवाया कि ग्रामीण लम्बे समय से तेल नदी से साफ पानी दिए जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस विषय पर आज तक उचित कदम नहीं उठाया गया है. जिस पर कलेक्टर ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं … उन्होंने ग्रामीणों को आश्वत किया कि 15 दिन में काम शुरू हो जायेगा.
ड्रायफॉर्म वाल को लेकर जवाब-तलब -: कलेक्टर प्रभात मलिक सुपेबेड़ा के बाद सीधे तेल नदी के सेनमुड़ा घाट पर बन रहे पुल और ड्रायफॉर्म वाल का काम देखने पहुँचे. उन्होंने टूटे हुए वाल को लेकर सिचाई विभाग के जिम्मेदारों से मौक़े पर जवाब-तलब करना शुरू कर दिया. इस दौरान विभाग के जिम्मेदारों ने कलेक्टर को बताया कि काम अभी प्रगतिरत है. इस पर जल्द ही ड्रायफॉर्म वाल को गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए. वहीं सेनमुड़ा घाट पर कछुए की चाल से बन रहे पुल के काम को लेकर भी कलक्टर ने जिम्मेदारों पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि काम में तेजी लाये.





