नशे से लेकर हत्या और वसूली तक, रायपुर में फैला महिला अपराधियों का साम्राज्य

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में महिला अपराधियों का नेटवर्क लगातार पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है। कभी रेलवे स्टेशन पर अक्का बाई की दहशत हुआ करती थी, तो आज नशे और वसूली के कारोबार में नव्या मालिक, वृद्धि साहू, पूजा और मोनिका सचदेव, मुस्कान रात्रे और शबाना खान जैसी महिलाएं कुख्यात हो चुकी हैं।
इन महिला अपराधियों की गतिविधियां सिर्फ नशे और जुआ तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि खुलेआम हत्या, वसूली और धमकाने जैसे संगीन अपराधों तक फैल गईं। मौदहापारा की मुस्कान रात्रे कई बार जिलाबदर होने के बावजूद अपने गैंग के साथ वसूली और नशे के कारोबार में सक्रिय है। वहीं, आजाद चौक की ‘मिस बच्ची’ नाम की नाबालिग ने गैंग बनाकर वसूली शुरू की और मामूली विवाद पर युवक की हत्या कर दी।
टिकरापारा क्षेत्र की शबाना खान ने युवतियों का गैंग बनाकर सूदखोरों के लिए वसूली का काम कराया। कोतवाली और सिविल लाइन इलाके में मोनिका और पूजा सचदेव का नशे का साम्राज्य इतना मजबूत था कि पुलिसकर्मी भी खौफ में रहते थे। हत्या और नारकोटिक्स एक्ट के मामलों में दोनों कई बार जेल जा चुकी हैं।
दलदल सिवनी की वृद्धि साहू भी ‘लेडी डान’ के रूप में जानी जाती है। वह मारपीट, धमकाने और नशाखोरी की घटनाओं में शामिल रही है। सोशल मीडिया पर उसके हथियार लहराते और नशा करते वीडियो वायरल हो चुके हैं।
रायपुर SSP लाल उम्मेद सिंह ने कहा कि नशे और आपराधिक गतिविधियों में शामिल महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने वसूली और नशे के कारोबार पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान भी शुरू किया है।