छत्तीसगढ़सूरजपुर

मेंढक बना दूल्हा और मेंढकी दुल्हन, सूरजपुर में हुई अनोखी शादी

अंकित सोनी@सूरजपुर। प्रदेश में कहीं बारिश आफत बनकर बरस रही है तो वही सूरजपुर में बारिश नहीं होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच गई है।  बता दें कि सूरजपुर जिले में लोगो की मुख्य आय स्रोत खेती ही है। किसानों ने खेतो में रोपा तो लगा दिया है, मगर बारिश नही होने से जहां एक ओर खेती करने का समय गुजरता जा रहा वहीं खेतो की नमी कम होने लगी है,,जिसको लेकर अब किसानो को अपने फसल की चिंता सता रही है। 

सावन के तीन हफ्ते बीतने के बाद भी अब तक क्षेत्र में अपेक्षाकृत बारिश नहीं हो पाई है। इधर बारिश न होने से क्षेत्र के तालाब व बांधों में जलभराव नहीं हो पाया है और नालों में भी सिंचाई के लिए प्रयाप्त पानी भी नहीं है,,,जिसको लेकर अब जहां एक और किसान पूजा पाठ का सहारा ले रहे है। 

वहीं बारिश कराने को लेकर मान्यताओं के अनुसार कई जतन भी कर रहे है ,,,दरअसल किसानों को आषाढ माह के बाद सावन में अच्छी बारिश होने की उमीद थी,,, लेकिन सावन माह में बारिश नही होने से खेतों में दरारें आ गई है जिसको लेकर किसान चिंतित है और बारिश कराने के लिए अब पुरानी मान्यता के अनुसार मेंढक और मेढ़की का विवाह करा कर इंद्रदेव को प्रसन्न करने में लगे है,,,ऐसा ही एक विवाह का नज़ारा सूरजपुर के ग्राम दर्रीपारा में भी देखने को मिला जहां मान्यता के अनुसार मेंढक की बारात लेकर गोविंदगढ़ के ग्रामीण ढोल नगाड़ों के साथ साथ दर्रीपारा गांव पहुचे और मंडप सजाकर मेंढ़क व मेंढ़की का विवाह कराया।bइस विवाह में ग्रामीण बड़ी संख्या में शामिल हुए और इंद्रदेव से बारिश की कामना की,,,गांव के लोगों का मानना है कि मेंढक-मेंढकी का विवाह कराने से अच्छी बारिश होती है।

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