प्रोफेसर गैंग के चार आरोपियों को पांच साल की सजा, मनी हाईस्ट फिल्म देखकर बनाया था ड्रग्स बेचने वाला गैंग

रायपुर। रायपुर के NDPS कोर्ट ने 13 मई 2024 को खम्हारडीह इलाके से गिरफ्तार चार ड्रग्स आरोपियों को 5-5 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही आरोपियों पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। इस मामले में विशेष न्यायाधीश ने 9 माह के अंदर आरोपियों को दोषी ठहराते हुए यह सजा सुनाई है।
गिरफ्तार आरोपियों में आयुष अग्रवाल, कुसुम हिंदुजा, महेश सिंग खड़गा और चिराग शर्मा शामिल हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से कुल 6600 मिलीग्राम कोकीन और 2100 मिलीग्राम एमडीएम ड्रग्स जब्त की थी। इसके अलावा, आरोपियों के पास से 6 तोला सोना, एक ऑडी कार और 86 हजार रुपए नगद भी बरामद हुए थे। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक तराजू, मोबाइल फोन, लैपटॉप, आईपैड, सिम कार्ड जैसी वस्तुएं भी पुलिस ने कब्जे में ली हैं।
इन आरोपियों का ड्रग्स कारोबार खास तरह की रणनीति पर आधारित था। वे ‘मनी हाइस्ट’ वेब सीरीज के किरदारों के कोडवर्ड का इस्तेमाल करते थे। इस गैंग का सरगना प्रोफेसर उर्फ आयुष अग्रवाल था, जो ड्रग्स की बिक्री के दौरान इसी कोडवर्ड का उपयोग करता था। यह गैंग छोटे-छोटे पैकेट्स में ड्रग्स की डीलिंग करता था, जिससे पकड़ना मुश्किल हो जाता था।
खम्हारडीह पुलिस ने 13 मई को इस ‘प्रोफेसर गैंग’ की गिरफ्तारी की थी। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 60 दिनों के भीतर कोर्ट में चालान पेश किया था। इस कार्रवाई से पुलिस ने रायपुर में ड्रग्स तस्करी पर सख्त कदम उठाने का संदेश दिया है। कोर्ट की सजा और जुर्माने से यह स्पष्ट हो गया है कि ड्रग्स के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज और प्रभावी होगी।