रायपुर। अभियंता दिवस के अवसर पर आज राजधानी रायपुर के घड़ी चौक स्थित भारत रत्न डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस मौके पर वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, सहकारिता एवं संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप ने पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
मंत्री कश्यप ने कहा कि डॉ. विश्वेश्वरैया ने अपनी दूरदर्शी सोच, अनुशासन और तकनीकी कौशल से देश के निर्माण को नई दिशा दी। वे केवल महान अभियंता ही नहीं, बल्कि एक सच्चे राष्ट्रनिर्माता भी थे। उनके कार्यों से हमें यह संदेश मिलता है कि राष्ट्र के विकास में अभियंताओं की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया सिविल इंजीनियर, राजनेता और मैसूर के 19वें दीवान रहे।
उन्होंने जल संसाधन प्रबंधन और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान दिया। मांड्या जिले में कृष्णराज सागर बांध उनकी सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि मानी जाती है। वर्ष 1955 में भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र प्रसाद बघेल, छोटेडोंगर सरपंच संध्या पवार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रताप सिंह मण्डावी, जनपद पंचायत अध्यक्ष पिंकी उसेण्डी सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं, एसडीएम अभयजीत मंडावी, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता अशोक चौधरी, पीएमजीएसवाई के अभियंता विनय वर्मा एवं अन्य विभागीय अभियंता भी शामिल हुए।