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वनरक्षक भर्ती घोटाला: 42 हजार अभ्यर्थियों की होगी दोबारा जांच, अंधेरे में फिजिकल देने वालों का दोबारा होगा टेस्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में वनरक्षक भर्ती घोटाले को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया है। मैनुअल और अंधेरे में लिए गए फिजिकल टेस्ट के चलते करीब 42 हजार अभ्यर्थियों को दोबारा टेस्ट देना होगा। यह फिजिकल टेस्ट अब डिजिटल तकनीक के माध्यम से 7 जुलाई से जिला स्तर पर आयोजित किए जाएंगे।

वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने उन अभ्यर्थियों को चिन्हित किया है, जिनका टेस्ट मानक प्रक्रिया के खिलाफ मैनुअल या रोशनी की अनुपस्थिति में कराया गया था। विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी फिजिकल टेस्ट सूर्य की रोशनी में और डिजिटल सिस्टम से होने चाहिए थे, लेकिन कुछ जिलों के डीएफओ ने अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए मैनुअल टेस्ट करा लिए।

दैनिक भास्कर ने 20 जनवरी को “डिजिटल के बजाय अपनों का मैनुअल फिजिकल, रात में भी दौड़े प्रतिभागी” शीर्षक से खबर प्रकाशित कर इस घोटाले का खुलासा किया था। इसके बाद शासन ने जांच कराई और निर्णय लिया कि डिजिटल टेस्ट नहीं देने वाले सभी अभ्यर्थियों का फिजिकल दोबारा होगा।

अभ्यर्थी 27 जून से विभाग की वेबसाइट से अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। यदि तकनीकी समस्या आती है तो वे वनमंडल कार्यालय या भर्ती के लिए चयनित नोडल कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा विभाग ने तकनीकी सहायता के लिए व्हाट्सएप नंबर 7489986772 भी जारी किया है। गौरतलब है कि 1484 पदों के लिए वनरक्षक भर्ती में 4.32 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। दोबारा फिजिकल परीक्षा से भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जाएगी।

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