विदेश मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी, भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की दी सख्त सलाह

नई दिल्ली। बांग्लादेश के अमन पसंद नागरिकों की सोमवार सुबह नींद कर्फ्यू के साये में टूटी। सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद करा दी है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच कल हुई भीषण झड़पों में जमकर खून बहा। इस चलते बांग्लादेश में कल (रविवार) शाम से अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा घटनाक्रमों को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की सख्त सलाह दी जाती है। बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फ़ोन नंबर 8801958383679, 8801958383680, 8801937400591 के जरिए संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है।
भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने को कहा
वहीं बांग्लादेश के सिलहट में ताजा हिंसा के बीच भारतीय सहायक उच्चायोग (एएचसीआई) ने एक्स पोस्ट में कहा, “भारतीय सहायक उच्चायोग के अधिकार क्षेत्र सिलहट में रहने वाले छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों से इस कार्यालय के संपर्क में रहने का अनुरोध किया जाता है और सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।” आपात स्थिति के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी साझा किया गया।
एएचसीआई सिलहट में भारत सरकार का एक प्रतिनिधि कार्यालय
एएचसीआई सिलहट में भारत सरकार का एक प्रतिनिधि कार्यालय है। जो अपने कांसुलर क्षेत्राधिकार (सिलहट, मौलवीबाजार, सुनामगंज, हबीगंज, किशोरगंज और नेटोरोकोना जिलों) में वीजा जारी करने और भारतीय नागरिकों के कल्याण और द्विपक्षीय व्यापार के लिए जिम्मेदार है।एएचसीआई भारतीय उच्चायोग, ढाका की सामान्य देखरेख में कार्य करता है