रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पर गंभीर आरोप लगे हैं। बलरामपुर जिले में एसडीओपी पदस्थ मोहम्मद याकूब मेमन के खिलाफ रायपुर की एक महिला ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है। सरगुजा पुलिस ने मामला शून्य पर दर्ज कर केस डायरी टिकरापारा थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दी है। एएसपी पश्चिम दौलत राम पोर्ते ने FIR की पुष्टि की है।
जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2020-21 में याकूब मेमन टिकरापारा थाना प्रभारी थे। उस दौरान पीड़िता अपने पति के साथ उनके घर में किराए से रहती थी। महिला का आरोप है कि पति के बाहर रहने पर मेमन ने उसे डराया-धमकाया और कई बार जबरन शारीरिक संबंध बनाए। पीड़िता ने रायपुर पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन तब FIR दर्ज नहीं की गई।
न्याय न मिलने से आहत महिला रायपुर से सीधे सरगुजा IG के पास पहुंची और विस्तृत शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान उसने न्याय न मिलने पर आत्महत्या की भी धमकी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरगुजा IG ने तुरंत FIR दर्ज करने और केस डायरी रायपुर ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। अब टिकरापारा पुलिस महिला का बयान दर्ज कर आगे की जांच करेगी।
याकूब मेमन वर्ष 1998 में पुलिस सेवा में भर्ती हुए थे। उन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश के रीवा और सतना जिले से करियर की शुरुआत की थी। छत्तीसगढ़ बनने के बाद उनकी पोस्टिंग बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और राजनांदगांव जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में हुई। नक्सल उन्मूलन में योगदान के लिए उन्हें वर्ष 2016 में राष्ट्रपति पदक और 2021 में राष्ट्रपति का सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया था। महिला द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों और FIR दर्ज होने के बाद अब टिकरापारा थाना पुलिस मामले की आगे की जांच करेगी। मामले में जांच के दौरान याकूब मेमन की भूमिका और घटनाओं के तथ्यों की पुष्टि की जाएगी।