सीतानदी उदंती टाइगर रिजर्व में महिला दैनिक वेतनभोगी ने रेंजर पर गंभीर आरोप लगाए, प्रशासन ने जांच शुरू की

नगरी। सीतानदी उदंती टाइगर रिजर्व क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वन परिक्षेत्र रिसगांव में पदस्थ एक महिला दैनिक वेतनभोगी श्रमिक ने रेंजर पर गंभीर आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। महिला ने सुशासन समाधान शिविर में शिकायत दी है कि रेंजर कार्यालयीन कार्यों के अलावा उससे जबरन निजी घरेलू काम करवाते हैं, जैसे कपड़े धुलवाना, खाना बनवाना और बर्तन साफ करवाना।
पीड़िता का कहना है कि कपड़े धोने के लिए जो वस्त्र दिए जाते थे उनमें आपत्तिजनक सामग्री भी होती थी, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान है। जब उसने इन कार्यों से इंकार किया, तो रेंजर ने दो महीने से उसका वेतन रोक दिया और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया। इस मामले की शिकायत महिला ने पहले सिहावा थाने में दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कथित तौर पर उसकी बातों को सही तरीके से दर्ज नहीं किया।
इस पर यादव समाज के सैकड़ों लोगों ने महिला का समर्थन करते हुए थाना सिहावा और एसडीओपी कार्यालय नगरी का घेराव किया और न्याय की मांग की। एसडीओपी नगरी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला का दोबारा बयान दर्ज कराया और मामले की जांच के आदेश दिए।
रेंजर ने महिला द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए उन्हें झूठा और मनगढ़ंत बताया है। उनका कहना है कि ये आरोप आधारहीन हैं और वे किसी भी प्रकार की दुर्व्यवस्था में लिप्त नहीं हैं। अब पुलिस और प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। इस मामले को लेकर क्षेत्र में चर्चा तेज हो गई है और समाज एवं प्रशासन दोनों की निगाहें निष्पक्ष जांच पर टिकी हैं।