किसानों के दिल्ली कूच पर फैसला आज, मीटिंग में हल नहीं निकला
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चंडीगढ़। किसानों और केंद्र के बीच छठी मीटिंग के बाद भी कोई हल नहीं निकला। ढाई घंटे चली मीटिंग में किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे, खासकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी की मांग को लेकर। किसान नेताओं ने केंद्र को आंकड़े पेश किए, लेकिन दोनों पक्षों के आंकड़े मेल नहीं खाए।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मीटिंग अच्छे माहौल में हुई और सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं किसानों के सामने रखी। उन्होंने बताया कि किसानों के आंकड़ों की जांच करने के लिए केंद्रीय एजेंसियां अगले कुछ दिनों में किसानों से डेटा लेंगी और फिर 19 मार्च को इस पर चर्चा होगी। किसान नेताओं ने कहा कि अगर इस मीटिंग में कोई हल नहीं निकला, तो 25 फरवरी को दिल्ली कूच किया जाएगा। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने भी यह बात कही कि आज इस पर फैसला लिया जाएगा।

मीटिंग में 28 किसान नेता शामिल हुए, जिनमें जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर प्रमुख थे। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डल्लेवाल से अनशन खत्म करने की अपील की, लेकिन डल्लेवाल ने कहा कि जब तक सभी फसलों पर MSP की गारंटी नहीं मिलती, वह अनशन नहीं खत्म करेंगे। किसान आंदोलन की गूंज अब दिल्ली कूच की ओर बढ़ सकती है, जहां किसान अपनी मांगों को लेकर फिर से आवाज़ उठाने की तैयारी कर रहे हैं।
किसान आंदोलन से जुड़ी अहम बातें
- शंभू बॉर्डर को लेकर हाईकोर्ट ने आदेश दिए, लेकिन हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट गई।
- किसानों ने दिल्ली कूच की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
- किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने अनशन शुरू किया, जो सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा।