सहकारी बैंक के चक्कर काटने को मजबूर किसान….जताया आक्रोश

कमलेश हिरा@पंखाजूर।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की बांदे शाखा की लचर व्यवस्था ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। स्थिति यह बन गई कि सुबह छह बजे से अपने पैसे के लिए लाइन लगाना पड़ता है। इससे पहले पास बुक जमा करने पर क्रमवार लाईन लग जाती है। फिर रजिस्टर और पास बुक बैंक के अंदर जाता है, जहां पोस्टिंग की प्रक्रिया होती है। फिर मैनेजर के पास करने के बाद किसान को कैश काउंटर मे दोबारा नंबर के इंतजार में घंटों खड़े रहना पड़ता है। काफी जद्दोजहद के बाद तीन बजे के बाद भुगतान के लिए बैंक के पैसे आहरण काउंटर तक पहुँच पाते है। फिर शाम तक नगद राशि हाथ में आती है, जिसके बाद देर शाम घर वापसी होती है। इसके चलते केसीसी लोन या फिर किसी अन्य कारण से जमा पैसा आहरण कराने किसान का पूरा दिन बीत रहा है।
वही दूसरी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा बांदे की बात करें तो बैंक के पास खुद का पैसा नहीं रहता। बैंक को किसानों को भुगतान देने के लिए SBI के ऊपर निर्भर रहना पड़ता है। SBI से लेकर के राशि को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक तक पहुंचने के लिए लगभग प्रतिदिन 2 से 3 घंटे की देरी हो जाती है। बैंक में पर्याप्त धनराशि नहीं होने के चलते किसानों को इतनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।