छत्तीसगढ़सरगुजा-अंबिकापुर

स्वयं के खर्चे से खेतों तक पानी पहुंचाने की सुविधा कर रहे किसान, जानिए क्यों

शिव शंकर साहनी@सरगुजा।जिले के उदयपुर विकासखंड में करीब दो माह पूर्व बारिश में टूटे सलबा बांध के 30 मीटर नहर का और अल्प वर्षा के कारण फसलों की सिंचाई न हो पाने से स्थिति चिंताजनक है. जिसकी वजह से किसान स्वयं के खर्चे से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सुविधा कर रहे हैं.

उदयपुर विकास खंड के सलबा गांव के किसान नहर का पानी नही मिलने से चिंता होने लगी है. जहा संकट के समय सलबा के सरपंच प्रतिनिधि गनेश्वर सिंह की पहल से ग्रामीणों ने टूटे नहर का स्वयं मरम्मत करने का बीड़ा उठाया और श्रम दान कर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत लगभग 30 मीटर 9 इंच के केसिंग पाइप को बांस बल्ली के सहारे टूटे हुए नहर के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचाने के साथ खेतों तक पानी पहुंचाने में सफलता पाई. 

इधर जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी मुझे पहले ही है. लेकिन बारिश की वजह से काम शुरू नहीं किया जा सका है. वहीं अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जल्द से जल्द टूटे हुए नहर का निर्माण किया जाए. जिससे कि किसानों को खेती के लिए पर्याप्त पानी मिल सके.

गौरतलब हैं कि जिले में जल संसाधन विभाग की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है कि किसानों को समय पर खेती के लिए पानी उपलब्ध कराया जा सके. जहां 2 महीना पूर्व ही इस नहर टूटने की जानकारी थी साथ ही उस वक्त बारिश भी नही हो रही थी. ऐसे में विभाग को अपनी जिम्मेदारी तय कर अब तक बना लेना था. बावजूद इसके जिला प्रशासन की किसानों के लिए नहर से पानी देने की पहल अनदेखी साबित हो रही है।

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