नकली नोट बनी वजह !…जानिए 2000 रुपए के नोट बंद होने के पीछे का रीजन 

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के करेंसी नोटों को चलन से वापस लेने का फैसला किया है। बताया कि नकली नोटों का चलन बढ़ने के कारण नोट वापस लिए जा रहे हैं.

आरबीआई ने एक सर्कुलर में कहा कि यह बदलाव उसकी ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, ‘ऑपरेशन क्लीन नोट पॉलिसी’ का मकसद ब्लैक मनी मार्केट को टारगेट करना है।

नवंबर 2016 में 1,000 रुपये और 500 रुपये के पुराने नोटों के विमुद्रीकरण के बाद 2,000 रुपये मूल्यवर्ग के करेंसी नोट को पेश किया गया था । भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, 2,000 रुपये के नोटों को पेश करने का उद्देश्य एक बार अन्य मूल्यवर्ग में मुद्रा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो जाने के बाद पूरा हो गया था। ऐसे में 2018-19 में 2,000 रुपए के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी।

30 सितंबर, 2023 तक बदले जा सकेंगे 2,000 रुपये के नोट

आरबीआई ने बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2,000 रुपए के नोट जारी करने से रोकने की सलाह दी है। केंद्रीय बैंक ने एक सर्कुलर में कहा है कि 30 सितंबर, 2023 से पहले 2,000 रुपए के सभी नोटों को बदल देना चाहिए ।

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