छत्तीसगढ़गरियाबंद

देवभोग ब्लॉक में तेजी से पांव पसार रहा आई फ्लू, बीएमओ ने आमजनों से किया सतर्कता बरतने का अपील

रवि तिवारी@देवभोग। देवभोग ब्लॉक में आई फ्लू तेजी से पांव पसार रहा है । अब तक यह फ्लू ब्लॉक के तीन गांव तक पहुंच चुका है । इसकी पुष्टि बीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार रेड्डी ने भी किया है । बीएमओ ने बताया कि ब्लॉक के देवभोग में स्थित कन्या आश्रम की करीब 35 छात्राये भी आई फ्लू से पीड़ित है । 

मामले की ज्यादा जानकारी देते हुए बीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार रेड्डी ने बताया कि आई फ्लू को गुलाबी आंखे भी कहा जाता है । डॉक्टर रेड्डी ने बताया कि पिछले सात दिनों से यह फ्लू तेजी से फैल रहा है । बीएमओ ने बताया कि अब तक यह फ्लू देवभोग, गिरसुल और घोघर में फैल चुका हैं । बीएमओ ने आमजनों से अपील किया है कि यह फ्लू फैलते ही अपने आप को घर में आइसोलेट कर ले । वही चश्मा का प्रयोग करे । वही कोशिश करे कि पीड़ित के द्वारा उपयोग की गई रुमाल या कपड़े को उपयोग में ना लाए । बीएमओ ने बताया कि यह फ्लू छूने से फैलता है, या फिर पीड़ित के द्वारा उपयोग की गई कपड़े को उपयोग करने से फैलता है ।

बरसात के मौसम में तेजी से फैल रहा यह फ्लू-: बरसात का मौसम अपने साथ कई बीमारियों को भी लेकर आता है. क्योंकि इस मौसम में सबसे ज्यादा बैक्टीरिया पनपते हैं. जहां एक तरफ लोग बाढ़ और बारिश से परेशान हैं, वहीं, दूसरी तरफ बीमारियां भी घेर रही हैं. इनमें से ही एक है आई फ्लू. इसको कंजक्टिवाइटिस भी कहा जाता है. आंखों की यह बीमारी होने पर जलन, दर्द और लालपन जैसी परेशानी होती है. वैसे तो इस बीमारी का कारण एलर्जिक रिएक्शन है. लेकिन कई मामलों में बैक्टीरिया का संक्रमण होने से भी हो सकती है. इस संक्रमण की शुरुआत एक आंख से होती है, लेकिन कुछ समय बाद दूसरी आंख भी चपेट में आ जाती है । 

जानें क्या हैं लक्षण-: 

आई फ्लू के विषय में जानकर डॉक्टर अरविंद नाथ तिवारी बताते है कि आंखों से जुड़ी यह परेशानी होने पर आंखें लाल हो जाती हैं. आंखों में पानी आने के साथ ही जलन होने लगती है. इस परेशानी के शुरुआत में पलकों पर पीला और चिपचिपा तरल जमा होने लगता है. आंखों में अजीब तरह की चुभन और सूजन आ जाती है. आंखों से पानी आने के साथ खुजली शुरू हो जाती है. बता दें कि, यदि इन्फेक्शन गहरा हो जाए तो आंखों की कार्निया तक को नुकसान हो सकता है.

इन कामों को करने से बचें-: 

बीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार रेड्डी ने बताया कि बार-बार आंखों को छुने से बचें.

आंखों को साफ पानी से धोते रहें.

आंखों को साफ करने के लिए टिश्यू पेपर या कपड़े का इस्तेमाल करें.

टिश्यू पेपर या कपड़े का दोबारा इस्तेमाल करने से बचें.

पीड़ित व्यक्ति से आई कांटेक्ट बनाने से बचें.

टीवी-मोबाइल से दूरी बनाए रखें.

फ्लू होने पर आंखों पर काला चस्मा पहनें.

आई फ्लू से बचने के उपाय-: 

बीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार रेड्डी ने बताया कि आई फ्लू से राहत पाने के लिए डॉक्टर की सलाह से आई ड्रॉप ले सकते हैं.

आंख आने पर नियमित अपने हाथ को हैंडवॉश से साफ करते रहें.

आई फ्लू होने पर अपनी आंखों को बीच-बीच में धोते रहना चाहिए.

संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें.

आंखों पर बर्फ से सिंकाई करें, ताकि जलन और दर्द से राहत मिल सके.

आई फ्लू से संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने से बचें.

संक्रमित की चीजें- चश्मा, तौलिया या तकिया के इस्तेमाल से बचें

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