हस्तशिल्प कला बढ़ावा देने छत्तीसगढ़ हाट बाजार में बनेगा एकता मॉल, 28 राज्यों के कारोबारी लगाएंगे दुकान
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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पंडरी इलाके में स्थित छत्तीसगढ़ हाट बाजार को तोड़कर वहां 146 करोड़ की लागत से पीएम एकता मॉल बनाया जाएगा। इस मॉल में देश के 28 राज्यों की हस्तशिल्प कला से जुड़ी वस्तुएं बिकेंगी। प्रत्येक राज्य का एक स्टॉल होगा और छत्तीसगढ़ के हर जिले का भी अपना स्टॉल होगा, जिसमें उस जिले की प्रसिद्ध हस्तशिल्प कला की चीजें उपलब्ध रहेंगी।
इस मॉल में 6 मंजिलें होंगी, जिसमें 200-200 सीट के दो ऑडिटोरियम होंगे। इन ऑडिटोरियम में कार्यक्रम और सम्मेलन आयोजित किए जा सकेंगे। मॉल के निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ हाट बाजार को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा और मॉल के एक हिस्से में हाट बाजार बसाया जाएगा। मॉल का निर्माण 27 महीने में पूरा होगा। इस योजना का उद्देश्य स्थानीय शिल्पों का संरक्षण और पारंपरिक कला को बढ़ावा देना है।
पहले नवा रायपुर में बनाने की थी योजना
आरडीए के अफसरों ने एकता माॅल के लिए खादी ग्रामोद्योग विभाग से रायपुर और नवा रायपुर में जमीन मांगी थी। नवा रायपुर अभी पूरी तरह से बसा नहीं है। वहां पहुंचने में लोगों को दिक्कत हो सकती थी। इस वजह से खादी ग्रामोद्योग ने छत्तीसगढ़ हाट बाजार की जमीन पर एकता माॅल बनाने की अनुमति दी है। माॅल का निर्माण पूरा होते ही खादी ग्रामोद्योग विभाग इसे शासन के हवाले करेगा। इसके बाद शासन दुकान अलॉट करने के लिए नोडल एजेंसी नियुक्त करेगी।
गुजरात में हुई प्लानिंग
रायपुर में एकता माॅल बनाने के लिए तकरीबन 9 माह पहले गुजरात के कांवड़िया में बैठक हुई थी। इसमें देशभर की नोडल एजेंसी के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। उसी बैठक में इसकी प्लानिंग को अंतिम रूप दिया गया। इसमें छत्तीसगढ़ से आरडीए के अफसर शामिल हुए थे। इसमें अफसरों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम बताया था कि एकता मॉल कैसे बनाया जाएगा? इसका मॉडल कैसे होगा? इसमें दुकानों की डिजाइन कैसी रहेगी।