कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में MBBS छात्रा से गैंगरेप मामले ने राज्य की राजनीति को हिला दिया है। पीड़िता के पिता ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान को “गैर-जिम्मेदाराना” बताते हुए कहा कि वह भी एक महिला हैं, फिर ऐसा बयान कैसे दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि “ऐसा लगता है जैसे बंगाल में औरंगजेब का शासन है। मैं अपनी बेटी को वापस ओडिशा ले जाना चाहता हूं, उसकी जिंदगी पहले है, करियर बाद में।”
10 अक्टूबर की रात यह वारदात दुर्गापुर के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के बाहर हुई थी। ओडिशा की रहने वाली सेकंड ईयर की छात्रा अपने दोस्त के साथ डिनर के बाद लौट रही थी, तभी तीन युवकों ने रास्ता रोककर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है और छात्रा का इलाज जारी है।
12 अक्टूबर को ममता बनर्जी ने बयान दिया था—“लड़कियों को रात में बाहर नहीं निकलना चाहिए, कॉलेज प्रशासन को छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।” इस बयान पर विपक्ष और सोशल मीडिया में उनकी तीखी आलोचना हुई। बाद में ममता ने सफाई दी कि मीडिया ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया।
घटना के विरोध में बीजेपी ने दुर्गापुर में छह दिन का धरना शुरू किया है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि गिरफ्तार आरोपियों में एक टीएमसी कार्यकर्ता भी शामिल है। यह घटना 2024 के आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप- मर्डर केस की याद दिलाती है। एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं पर अपराध के मामलों में पश्चिम बंगाल देश के शीर्ष 5 राज्यों में शामिल है।