दुर्ग

Durg: धोखाधड़ी और ठगी मामले में पुलिस को मिली सफलता, सरगना सलीम सहित 4 आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार, दर्जनो बैंक खाते हुए सील

अनिल गुप्ता@दुर्ग। पुलिस द्वारा फर्जी कॉल सेंटर के आड़ में लोगों से धोखाधड़ी और ठगी करने के मामले में गिरोह के सरगना सलीम सहित 4 आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से अलग-अलग बैंको के एटीएम कार्ड बरामद हुए है। साथ ही आरोपियों से संबंधित दर्जनो बैंक खातों को सील कर रकम को फ्रिज भी किया गया।

रिटार्यड सीनियर सिटीजन को किया टारगेट

मामले में गिरोह द्वारा दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रिटार्यड सीनियर सिटीजन को टारगेट किया गया था। इस मामले को सुलझाने के लिए दुर्ग पुलिस टीम दिल्ली में किरायेदार व ग्राहक बनकर रेकी की । जहां टीम को जानकारी मिली कि ठगी की रकम से आरोपी फैशन एवं कपड़े का व्यापार करते थे। इन लोगों के द्वारा कई राज्यों में ठगी को अंजाम दिया गया है।

पुलिस ने बताया कि प्रार्थी प्रभाकर राव दानीकर निवासी सूर्या नगर सिकोला भाठा द्वारा थाना मोहन नगर में एक लिखित शिकायत दर्ज कराया था। अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अलग-अलग नम्बरों से फोन कर अपको इंश्योरेंस की राशि मिलनी है। जिसमें टैक्स , जीएसटी , प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर आवेदक को गुमराह कर बैंक खातों में अलग – अलग तारीख को अलग-अलग किश्तों में कुल 16 लाख 15 हजार रूपये की धोखाधड़ी किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने के निर्देश दिये गए।

मोबाईल नंबरों की विस्तृत जाँच की

जिसमे सायबर सेल की टीम घटना में प्रयुक्त मोबाईल नंबरों की विस्तृत जाँच की। धोखाधड़ी की रकम 16 लाख रूपये के ट्रांजेक्शन फ्लो की जानकारी सभी संबंधित बैंको से प्राप्त की गई। इंश्योरेंस के नाम पर धोखाधड़ी कर ठगने के लिये कॉल सेन्टर के माध्यम से लोगों को ठगी का शिकार बनाये जाने की जानकारी टीम को प्राप्त हुई।  जिसमे साउथ दिल्ली के इलाके से प्रार्थी प्रभाकर राव दानीकर को लगातार पिछले 3 वर्षो से अलग-अलग नम्बरों से कॉल कर ग्रुप इंश्योरेंस की राशि करीबन 4 लाख मिलना है कहकर अलग-अलग किश्तों में अलग-अलग खातों में रूपये ट्रांसफर करा लिये।

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ऑनलाइन ट्रांसफर किये गये थे रकम

कॉल सेंटर द्वारा CGIS ( ग्रुप इंश्योरेंस कम्पनी के नाम से फोन किया गया था। अलग-अलग स्थानों से निकासी की गई थी और दिल्ली के ही कुछ खाता धारकों के खातों में रकम ऑनलाइन ट्रांसफर किये गये थे। टीम द्वारा दिल्ली पहुँचकर आरोपियों के संभावित ठिकानों पर लगातार नजर रखी गई। टीम द्वारा संदेही के चाय दुकान पर लगातार जाकर उनसे अच्छे संबंध स्थापित कर अन्य आरोपियों के संबंध में धीरे-धीरे जानकारी प्राप्त करते गये दिल्ली के किलोकारी में किराया लेने के नाम पर आरोपियों के संबंध में टीम के द्वारा पुख्ता जानकारी प्राप्त हुई। सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर अलग-अलग 3 टीम बनाकर रेड कार्यवाही की गई।

फर्जी कॉल सेंटर के संचालन की बात आई सामने

वही वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों द्वारा संगठित होकर Central Government Employees Group Insurance Scheme (CGIS) के नाम का गलत उपयोग कर लोगों को इंश्योरेंस का अधिक रकम मिलने का झांसा दे कर अलग-अलग नम्बरों से डायरेक्टर, मैनेजर, कर्मचारी बनकर फर्जी कॉल सेंटर का संचालन करने की बात सामने आई।

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