भिलाई। डेढ़ महीने पहले इंजीनियर शिवांश चन्द्राकर के हुए अंधे कत्ल का आरोपी आखिर कर दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया । आरोपियों द्वारा शिवांश की हत्या कर उसकी लाश को ग्राम चंदखुरी के खेत में छुपा दिया गया था । मिले नर कंकाल का अज्ञात लाश के रूप में मामला दर्ज कर लाश की पहचान के लिए सेंपल लिए गए थे जिसमें कुछ दिनों पहले डीएनए के रिपोर्ट आने पर पुष्टी हुई कि वह लाश इंजीनियर शिवांश चन्द्राकर की ही है। इसके बाद उसके आरोपियों की पतासाजी में पुलिस टीम जुट गई थी ।
इस पूरे हाई प्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में 65 दिन लगे। सबसे बड़ी बात की जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनमें से एक मास्टर माइंड अशोक देशमुख पंच चुनाव हारने के साथ साथ जमीन विवाद को लेकर शिवांश के प्रति रंजिश की भावना रखता था।
यही नहीं आरोपी अशोक पर लगभग 1 लाख रुपये का कर्ज भी था । इन तमाम वजहों से उसने शिवांश के हत्या की साजिश रची और इस काम में उसके दो साथियों ने उसका साथ दिया । शिवांश के परिवार वालों से 30 लाख फिरौती भी मांगी गई थी।
लगभग 500 लोगों से पूछताछ और 200 सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद तीनों आरोपियों तक पुलिस पहुंच पाई ।