
नितिन@रायगढ़। बीते अक्टूबर माह में थाना लैलूंगा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम किलकिला में रहने वाली महिला जूली कुजूर को उसके पति विक्टोर कुजूर ने चरित्र शंका में पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। जिसे गंभीर हालत में रायगढ़ के संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां 23 नवंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। थाना कोतवाली से प्राप्त मार्ग डायरी की जांच पर लैलूंगा पुलिस ने मृतिका के पति को गिरफ्तार किया।
जानकारी के मुताबिक 13 दिसंबर को थाना लैलूंगा में थाना कोतवाली से मृतिका जूली कुजूर की मर्ग डायरी प्राप्त होने पर मृतिका के वारिसानों से पूछताछ कर कथन लिया गया जिसमें बताया कि मृतिका जूली कुजूर की शादी 10 वर्ष पूर्व विक्टोर कुजूर के साथ हुई थी। तब से विक्टोर उसके चरित्र पर शंका कर हमेशा लडाई झगडा करता था। संदेही विक्टोर कुजूर से पूछताछ करने पर उसने 22 अक्टूबर को खाना बनाते वक्त जूली के जलने की मनगढ़त कहानी बताकर घटना से साफ इंकार कर दिया। थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक मोहन भारद्वाज द्वारा पीएम रिपोर्ट व जुटाये गये साक्ष्यों के आधार पर संदेही विक्टोर कुजूर पूछताछ करने पर उसने चरित्र शंका पर सोये अवस्था में उसकी पत्नी जूली कुजूर को जान से मारने के लिये पेट्रोल डालकर जलाना और घटना को छिपाने के लिए जूली के पहने कपड़े को जला देना स्वीकार किया है। आरोपी विक्टोर कुजूर पिता स्व. सिमोन कुजूर निवासी ग्राम किलकिला थाना लैलूंगा को हत्या व साक्ष्य छिपाये जाने के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।