1.15 करोड़ में घास जमीन बेचकर डॉक्टर से ठगी

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक बड़ा ठगी का मामला सामने आया है। डॉक्टर विकास देवांगन ने पुलिस से शिकायत की है कि उन्हें एक बेकार जमीन 1 करोड़ 15 लाख रुपये में बेच दी गई। पहले स्थानीय पुलिस में शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब डॉक्टर ने यह शिकायत सीएसपी और एसएसपी से की है।
डॉ. विकास ने बताया कि ललित जैन और कैलाश प्रधान नाम के दो दलाल अक्सर उनके क्लिनिक में आते थे। जब उन्होंने जमीन खरीदने की इच्छा जताई, तो इन दलालों ने उन्हें भाटापारा, देवपुरी की एक जमीन दिखाई। जमीन की मालकिन के तौर पर मुन्नी पाण्डेय सामने आईं। उन्होंने बताया कि जमीन उनकी है और इस पर एक मकान भी बना हुआ है।
डॉक्टर ने जमीन देखकर सौदा तय कर लिया। 8 मई 2025 को 50 रुपये के स्टांप पेपर पर इकरारनामा किया गया। इसके बाद डॉक्टर ने किस्तों में कुल 1.15 करोड़ रुपये मुन्नी पाण्डेय को दे दिए। पैसे मिलने की रसीद पर मुन्नी पाण्डेय और उनके बेटे बलभद्र व नाती आर्यन के हस्ताक्षर हैं। दलालों को भी 2 लाख रुपये दिए गए।
कुछ समय बाद एक शख्स मनोज त्रिवेदी जमीन पर आया और दावा किया कि वह असली मालिक है। जब डॉक्टर ने कब्जा मांगा तो मुन्नी पाण्डेय टालने लगीं। उन्होंने केवल 28.5 लाख रुपये लौटाए और बाकी रकम आज तक नहीं दी। पटवारी से जांच कराई गई तो पता चला कि यह जमीन असल में घास की जमीन है, यानी इसका कोई पक्का कानूनी मूल्य नहीं है। डॉक्टर ने आरोपियों की शिकायत पुलिस में करके कार्रवाई की मांग की है।