रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय (केटीयू) में अतिथि शिक्षक भर्ती को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। वर्तमान में पढ़ा रहे अतिथि शिक्षक विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ राजभवन और उच्च शिक्षा सचिव कार्यालय पहुंच गए हैं। उन्होंने हाल ही में जारी अतिथि शिक्षक भर्ती विज्ञापन को निरस्त करने की मांग की है।
शिक्षकों का आरोप है कि वे पिछले 9 सालों से पढ़ा रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय ने नए विज्ञापन में उन्हें रिक्त पद का दर्जा देकर प्रक्रिया में शामिल होने को कहा है। जबकि उनकी मांग है कि उन्हें वरीयता दी जाए और बिना किसी प्रक्रिया के ही पुनः नियुक्त किया जाए, जैसा कि प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों विशेष रूप से पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में किया गया है।
शिक्षकों ने राज्यपाल और उच्च शिक्षा सचिव को पत्र सौंपकर सात बिंदुओं में अपनी बात रखी है। उनका कहना है कि विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रबंधन ने उनकी मांगों की अनदेखी की, जिसके चलते उन्हें मजबूरी में राजभवन और सचिवालय का रुख करना पड़ा।
छात्रों की पढ़ाई प्रभावित
इस विवाद का सीधा असर छात्रों की पढ़ाई पर पड़ा है। नाराज अतिथि शिक्षकों ने क्लास लेना बंद कर दिया है, जिससे पढ़ाई पूरी तरह ठप हो गई है। विश्वविद्यालय ने स्थायी प्रोफेसरों को जिम्मेदारी दी है, लेकिन छात्रों की संख्या ज्यादा होने के कारण वे भी क्लास समय पर नहीं ले पा रहे हैं।
प्रथम सेमेस्टर के छात्र सबसे अधिक प्रभावित हैं, जिनकी पढ़ाई अभी शुरू भी नहीं हुई थी और अब संकट में पड़ गई है। छात्रों ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन से समस्या के त्वरित समाधान की मांग की है। अब देखना होगा कि उच्च शिक्षा विभाग और राजभवन इस विवाद में क्या कदम उठाते हैं और छात्रों की पढ़ाई पटरी पर कब लौटती है।