
बिपत सारथी@गौरेला पेंड्रा मरवाही। जिले में सरकारी काम में अवैध रूप से लकड़ियों के उपयोग का खुलासा हुआ है। जिसमें नए बन रहे लोक निर्माण विभाग गौरेला गुरुकुल के रेस्ट हाउस में बड़ी मात्रा में अवैध लकड़ी लगाये जाने की सूचना पर इमारती सागौन की लकड़ी से फर्नीचर, फाटक खिड़की और अन्य सामान जब्त किया गया है । मरवाही वन मंडल के गौरेला वन परिक्षेत्र में वन विभाग की बड़ी लकड़ी जब्ती की यह कार्यवाही मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर हुई। जिले में कलेक्ट्रेट और एसपी कार्यालय के पास ही नया रेस्ट हाउस बनाया जा रहा है जिसके बनाए जाने के दौरान भी मनमाने तरीके से पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया था अब जंगल से काटी गई लकड़ियों के इस्तेमाल करने का मामला सामने आया है। वन विभाग की टीम ने बड़े पैमाने पर सागौन की लकड़ियां खिड़की दरवाजे सिलपट यहां नए बन रहे लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में पड़े मिले जिन्हें जब्त किया गया। वनविभाग की इस इमारती लकड़ी जब्ती कार्यवाही के दौरान कोई भी लोक निर्माण विभाग का कोई भी अधिकारी इंजीनियर और ठेकेदार मौके पर आने से बचते रहे। वन विभाग के अनुसार सारी सागौन की इमारती लकड़ी बिना किसी दस्तावेज के लगाई जा रही, जांच के बाद ही तय हो पायेगा कि लोक निर्माण विभाग के नए बन रहे इस रेस्ट हाउस इतनी बड़ी मात्रा में कहाँ से लकड़ी आयी ।
फिलहाल माना जा रहा कि इस नए बन रहे इस रेस्ट हाउस में लगभग 15 लाख की अवैध लकड़ियों से खिडक़ी, दरवाजे और अन्य फर्नीचर बनाए जा रहे है। इस बारे में गौरेला रेंजर योगेश्वर प्रसाद बंजारे ने जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 4.8 घन मीटर कुल लकड़ी जब्ती की कार्यवाही की गई है, जिसमे 3.4 घन मीटर की लकड़ियों से दरवाजे लगाए जा चुके है जिस पर कार्यवाही की जाएगी। गौरेला रेंजर के अनुसार प्रथम दृष्टया ये सारी सागौन की लकड़ियां अवैध है, छापामार कार्यवाही किसी ने भी अपना दावा प्रस्तुत नही किया है। छापामारी के दौरान वन विभाग लगातार लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी इंजीनियर और ठेकेदार को मौके पर बुलाने का प्रयास करता रहा लेकिन सब टालमटोल जवाब देते रहे जो कि संदेह के दायरे में आता है…