Dhamtari: क्यों पड़ी आठवे अजूबे की जरूरत, सात सात अजूबे पहले ही टाइम पास प्रतियोगिता में बुरी तरह व्यस्त

संदेश गुप्ता@धमतरी। जिले के एक विभाग की शाखा में चंदा वसूली का नया युग शुरू हो चुका है। ये काम बाहर से बीन बुलाये आए आठवें अजूबे ने शुरू कर दिया है। जबकि महकमे में सात अजूबे पहले ही टाइम पास प्रतियोगिता में बुरी तरह व्यस्त है। आठवे आयाम के आने के बाद से सहयोगात्मक चंदा की दर ढाई गुना बढ़ गई है।

इनको हर पन्ने पर अपना नाम छपाने की बीमारी भी है। किसी को राह चलते समझाइस भी दे तो फ़ोटो आना चाहिए ऐसी बीमारी भी निराली है। अपने चंदा चक्कर के चलते छोटे मुलाजिमों को ताक पर रख देते हैं। इनके साथ भर रहने से एक कि लाइन काट दी गई और अब वो अंधेरे में हैं।

वही ये भी बात आम हो चली है की इनकी सेटिंग डायरेक्ट विभाग के शहंशाह से हैं। इसलिए जो करना है करो। ये बात वही वाली कहावत चरितार्थ करती है। यार है दमदार तो कौन करेगा मुझे प्रतियोगिता से बाहर।

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