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Dhamtari: फूल छाप झंडे तले, किसान और धान के नाम पर खूब सियासत , मगर पार्टी कार्यकर्ताओं ने खुद सड़कों पर फेंका लावारिस, क्या अब खुद शिकायत लेकर जाएंगे थाने?….पढ़िए

संदेश गुप्ता@धमतरी। (Dhamtari) किसी देश या संस्था का ध्वज उसके मां समान और गौरव का प्रतीक होता है, अगर ये किसी राजनीतिक दल का झंडा हो तो दल के एक एक कार्यकर्ता के जेहन में उसके लिए आदर सम्मान होता है, क्योकि झंडे पार्टी और कार्यकर्ताओं की पहचान होती है, हर आंदोलन में हर मोर्चे पर पार्टियां जम कर झंडो का इस्तेमाल करती है,

(Dhamtari) धमतरी में भी भाजपा ने बेहद आक्रामक आंदोलन किया, राज्य सरकार और कांग्रेस पार्टी की ढूंढ ढूंढ कर खामियां गिनाई, जिले के राज्य स्तर के नेता सभी मंचस्थ हुए, सभा स्थल में ढेर सारे झंडे लगाए गए, इसी फूल छाप झंडे तले, किसान और धान के नाम पर खूब सियासत की, और जब वहां से निकले तो अपनी ही पार्टी के झंडे का सम्मान भूल गए, झंडो को यूँही लावारिस फेंक दिया गया,

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(Dhamtari)  ये वही भाजपा है जो एक दिन पहले अपनी पार्टी के पोस्टरों को अज्ञात लोगों द्वारा फाड़े जाने पर थाने में शिकायत करने चली गई थी, अब अगर खुद की पार्टी के कार्यकर्ता ही पार्टी के झंडे का अपमान कर रहे है तो, किस से शिकायत होगी किस पर कार्रवाई होगी, क्या अब कोई अपनी भूल, या गलती सामने आकर कबुलेगा..??

ये सवाल आज भाजपा और उसके नेताओ से पूछा जाना चाहिए..

जब इस मामले में भाजपा के कवीन्द्र जैन से चर्चा कि तो कविंद्र जैन ने कहा कि झण्डा लेकर सभी भाजपाई को कलेक्ट्रेट के लिए जाना था.. तो निकाल कर रखे होंगे.. कार्यक्रम लेट  होने की वजह से कुछ लोग कलेक्ट्रेट नही जा पाए इसलिए वह झण्डा रह गया..और जो झण्डा उठाने वाले वालिंटियर जो थे वो दूसरे काम में भीड़ गए…

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