
रायपुर। मणिपुर में महिलाओं को सड़क पर नग्न घुमाने का वीडियो वायरल होते ही छत्तीसगढ़ में बयानबाजी शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री के बयान के बाद उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने ट्वीट कर लिखा,
80 दिन – इतना वक्त लगा प्रधानमंत्री को ‘मणिपुर’ बोलने में, गुस्सा आने में! और, आज जब बोले भी तो ऐसा मानो, देश को नहीं, चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हों। प्रधानमंत्री जी, क्योंकि आपने मणिपुर के साथ छत्तीसगढ़ का नाम लिया, तो आपको बता दें ,
छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था बरकरार है
जानिए पीएम ने क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार किया है, उन्होंने कहा कि कानून अपनी पूरी ताकत से काम करेगा और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।” दर्द और गुस्सा,” उन्होंने संसद के मानसून सत्र से पहले अपनी टिप्पणी में संवाददाताओं से कहा कि मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।
प्रधान मंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था तंत्र को और मजबूत करने, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए और सबसे कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
पीएम मोदी ने कहा, “मैं सभी मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि वे हमारी सभी महिलाओं की रक्षा करें, चाहे वह राजस्थान हो, मणिपुर हो या छत्तीसगढ़ हो। हमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए राजनीति से ऊपर उठना चाहिए।” यह टिप्पणी मणिपुर में जातीय हिंसा पर नहीं बोलने के लिए विपक्षी दलों द्वारा उनकी आलोचना के बीच आई है।