नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक तीन मंजिला व्यावसायिक इमारत में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई। इमारत से 50 से अधिक लोगों को बचा लिया गया है, जबकि कई अभी भी अंदर फंसे हुए हैं। घटना पर शोक व्यक्त करते हुए, प्रधानमंत्री ने दिल्ली की आग में जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की।
केजरीवाल ने दिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश, मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की मुआवजा राशि
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुंडका आग की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने आग में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की मुआवजा राशि देने की भी घोषणा की।
दिल्ली दमकल प्रमुख का कहना है कि शार्ट सर्किट के कारण हुई घटना
दिल्ली दमकल सेवा के मुख्य अधिकारी अतुल गर्ग ने कहा कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि मलबे में कई जले हुए अवशेष मिले हैं।
बिल्डिंग को मंजूरी नहीं, सिर्फ एक ही निकास: दिल्ली फायर चीफ ने बताई खामियां
दिल्ली दमकल सेवा के मुख्य अधिकारी अतुल गर्ग ने कहा है कि मुंडका में शुक्रवार को आग लगने वाली व्यावसायिक इमारत में कई बड़ी खामियां थीं।
गर्ग ने कहा कि इमारत को मंजूरी नहीं दी गई थी और उसके पास कोई एनओसी नहीं थी, केवल एक निकास द्वार था और कोई अग्नि सुरक्षा नहीं थी। उन्होंने कहा कि यह बहुत अधिक सामग्री से भरा हुआ था। फैक्ट्री में प्लास्टिक का काफी इस्तेमाल होता था।
इसके अलावा, एक कमरे में 50-60 लोग थे और कमरा बाहर से बंद था।