बीजापुर। बीजापुर भैरमगढ़ ब्लॉक के नक्सल प्रभावित और दुर्गम बांगुली गांव में शुक्रवार को जिला कलेक्टर संबित मिश्रा ने पैदल पहुंचकर ग्रामीणों का हाल जाना। कलेक्टर ने करीब 5 किलोमीटर पैदल चलकर नदी पार की और नए स्थापित सुरक्षा कैम्प का निरीक्षण किया। उनका यह दौरा माओवादी क्षेत्रों में विकास की नई उम्मीद लेकर आया।
बांगुली गांव अब धीरे-धीरे माओवाद के साए से बाहर निकलता दिख रहा है। हाल ही में स्थापित सुरक्षा कैम्प और ‘नियद नेल्लानार’ योजना के तहत सरकार की योजनाएं अब गांव तक पहुंच रही हैं। ग्रामीणों को सड़क, बिजली, आवास और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिलने लगा है।
कलेक्टर मिश्रा ने ग्रामीणों से बातचीत करते हुए कहा कि सुरक्षा कैम्प की स्थापना से विकास की गति तेज होगी और सरकारी योजनाएं अब आसानी से लोगों तक पहुंच सकेंगी। उन्होंने ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के घर बनाने, बच्चों के लिए आंगनबाड़ी सुविधाओं का लाभ लेने और शिक्षा पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने सुरक्षा बलों से मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया। साथ ही, बांगुली, सातवा और बेलनार पंचायत के ग्रामीणों से बिजली, पानी और सड़क से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीणों की सभी समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ नम्रता चौबे, जनपद सीईओ, तहसीलदार और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर का यह दौरा माओवादी क्षेत्रों में विश्वास और विकास दोनों को मजबूत करने वाला कदम माना जा रहा है।