छत्तीसगढ़ में चक्रवात ‘मोन्था’ का असर, 5 जिलों में रेड अलर्ट जारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों तक चक्रवात ‘मोन्था’ का प्रभाव देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने दक्षिण छत्तीसगढ़ के पांच जिलों नारायणपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
बस्तर में काले बादल छाए हुए हैं और रुक-रुककर बूंदाबांदी जारी है। वहीं, कोंडागांव, कांकेर, धमतरी और गरियाबंद में ऑरेंज अलर्ट, जबकि रायपुर और बिलासपुर संभाग में यलो अलर्ट घोषित किया गया है।
बस्तर में हवाओं की रफ्तार 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है, जो अधिकतम 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। 29 अक्टूबर को रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के जिलों में भी तेज हवाएं और बारिश होने की संभावना जताई गई है।
पिछले 24 घंटे में बेलगहना में 30 मिमी और पिपरिया, कसडोल, अंतागढ़, छुईखदान व भिंभोरी में लगभग 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। रायपुर में अधिकतम तापमान 32.5°C और पेंड्रा में न्यूनतम तापमान 19°C रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में बना गहरा अवदाब चक्रवाती तूफान का रूप ले रहा है, जिसके कारण यह भारी बारिश और तेज हवाएं ला रहा है।
इस अक्टूबर में अब तक औसत से 59% ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। 1 से 26 अक्टूबर तक 89.4 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 56.2 मिमी होती है।
कृषि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाली तेज हवाएं और बारिश खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जिन किसानों ने कटाई कर ली है, उन्हें फसल को सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी गई है ताकि फसल के भीगने से बचाव हो सके।





