
नितिन@रायगढ़. नगर पालिक निगम रायगढ़ प्रशासन अपने उल- जलूल फैसलों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहता है।
दो दिन पहले ऐसे ही एक कृत्य के लिए नगरीय प्रशासन की खूब किरकिरी हो रही है। हुआ यूं कि नगरीय प्रशासन ने शहर के वार्ड क्रमांक 18 माल गोदाम रोड में स्थिति हनुमान जी के सार्वजनिक मंदिर के नाम पर अमृत मिशन के तहत जलकर पटाने की नोटिस जारी की थी।
जिसमें दो माह के बकाया जलकर को पटाने का निर्देश दिया गया था। मामले की जानकारी जैसे ही नगर वासियों और भाजपा कार्यकर्ताओं को हुई। लोग नाराज हो उठे। उनका कहना था कि मंदिर में सार्वजनिक उपयोग के लिए नल कनेक्शन लिया गया है न कि व्यक्ति गत उपयोग के लिए, ऐसे में निगम प्रशासन जान- बूझकर हिंदू देवी देवताओं को अपमानित करने की नियत से हनुमान मंदिर के नाम नोटिस काटा है।
मामले का विरोध करते हुए बड़ी संख्या में भाजपाई जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में निगम भवन पहुंचे। विरोधकर्ता अपने साथ रायगढ़ से रांची और आगरा पागल खाने की रेल टिकट लेकर आए थे। ताकि ऊट पटांग और जनविरोधी फैसले लेने वाला निगम प्रशासन के अधिकारी वहां जाकर अपने मानसिक स्वास्थ्य की जांच करा लें।
घंटो निगम भवन में आयुक्त रायगढ़ से मिलने भाजपाई मुख्य द्वार पर बैठे रहे। उनका आरोप है कि निगम आयुक्त कांग्रेसी मानसिकता से प्रभावित होने के कारण अपने कार्यालय में कांग्रेसी पार्षदों से तो मिलते रहे लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं से मिलना उचित नहीं समझा। हम अपने साथ आगरा और रांची की जो ट्रेन टिकट लाए थे उसे निगम भवन के दरवाजे पर चस्पा कर रहे हैं। ताकि भविष्य में इस तरह के जन और धर्म विरोधी निर्णय लेने से पहले मानसिक रूप से बीमार निगम के अधिकारी वहां जाकर अपना इलाज करा लें।।
दूसरी तरफ निगम आयुक्त संबंधित विषय में मिडिया से कुछ भी कहने से इंकार करते हुए भूल वश हुई त्रुटि बताकर कलेक्टर को लिखे निवेदन पत्र की प्रति दिखाते हुए कहा कि मामले में सुधार कर लिया गया है।