
अनिल गुप्ता@दुर्ग. यात्रा के दौरान रेल प्रशासन की आँखों मे धूल झोंक कर अन्य के पहचान पर यात्रा करने वाले एक शख्स को पकड़ने में जीआरपी पुलिस ने सफलता प्राप्त की है । यह शख्स बीएसएफ की कैंटीन से कम कीमत में सामान दिलाने का झाँसा भी लोगों को देता था ।
हनुमंत सिंह नाम का यह वहीं शख्स है, जिसे जीआरपी पुलिस ने तब गिरफ्तार किया, जब इस पर शक हुआ कि इसने अपनी वास्तविक पहचान छिपाते हुए दुर्ग के एक उप सीटीआई सैन्य कर्मी एमके देवांगन के नाम पर यात्रा की। असली एमके देवांगन ने शक होते ही इसे खोजा और एक हफ्ते बाद दुर्ग स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर तीन पर उसके होने की जानकारी डिपार्टमेंट के सीटीआई एसके शर्मा को दी ।
एसके शर्मा ने तेजी दिखाते हुए प्लेटफॉर्म पर ही उसे धर दबोचा। फिर आरपीएफ और जीआरपी को इसके पकड़े जाने की सूचना दी । पकड़ा गया हनुमंत सिंह फर्जी आईडी से यात्रा करते हुए एसी कोच में घुसकर यात्रियों से अपने एकाउंट में यह कह कर पैसे डलवा लेता था कि वह एक सैन्य अधिकारी है और ज़रूरत की चीज़ें बेहद कम दाम में उन्हें दिलवा देगा । जाँच पड़ताल में जीआरपी को उसके पास से 8 सिम कार्ड और अलग अलग पहचान पत्र भी मिले हैं । आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा420 के तहत कार्रवाई की गई है ।