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5 वें अटेंप्ट में क्रैक, UPSC एग्जाम में 44वीं रैंक, मोटिवेशनल है आकांक्षा की कहानी

नई दिल्ली। ‘खुद पर विश्वास करना एक जादू जैसा है, अगर आप ये कर सकते हो तो कुछ भी कर सकते है.’ ये लाइन आजमगढ़ की रहने वाली आकांक्षा पर फिट पर बैठती हैं. जिन्होंने हार नहीं मानी और अफसर बनने का जो सपना संजोया था उसे कर दिखाया. वो खुद पर विश्वास ही था जिसकी वजह से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में एक या दो बार नहीं, बल्कि चार बार निराशा हाथ लगने के बाद भी हार नहीं मानी और पांचवीं बार में मंजिल हासिल की. हम बात कर रहे हैं यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CIVIL EXAM 2023) में 44वीं रैंक प्राप्त करने वाली आकांक्षा की, जिनकी कहानी युवाओं को मोटिवेट करती है.

पिता की तरह बनने का सपना देखा था

आकांक्षा सिंह (AKANSHA SINGH) के पिता साल 2020 में ADM पद से रिटायर हो गए थे. पापा को देख आकांक्षा भी सरकारी अफसर बनना चाहती थीं. आकांक्षा का यह पांचवा अटेंप्ट था. यूपीएससी एग्जाम क्रैक करने के बाद बेटी की कामयाबी से पिता गदगद हैं.

झारखंड और दिल्ली से की पढ़ाई

यूपीएससी सीएसई परीक्षा 2023 में 44वीं रैंक हासिल करने वाली आकांक्षा का जन्म उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में हुआ था लेकिन पढ़ाई झारखंड और दिल्ली में हुई. स्कूली शिक्षा जमशेदपुर से हुई है. जमशेदपुर से 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गईं. स्नातक की शिक्षा दिल्ली के मिरांडा हाउस से प्राप्त की है और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से मास्टर्स और एम-फिल की पढ़ाई की है. कोचिंग के साथ-साथ सेल्फ स्टडी कर आकांक्षा ने यूपीएससी की पढ़ाई की है.

बिहार में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं आकांक्षा

आकांक्षा वर्तमान समय में बिहार में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं. पांचवीं बार में अथक प्रयासों के बाद आकांक्षा ने यह सफलता हासिल की है. उनका बचपन से ही सपना था कि वह आइएएस बन देश की सेवा करेंगी. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरुजनों को दिया है. इस बात कीजानकारी बुधनपुर इलाके सहित पूरे जिले में हर्षव्याप्त है और यह कहना है कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं.

लखनऊ के आदित्य ने टॉप किया एग्जाम

यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा 2023 के परिणाम में आदित्य श्रीवास्तव ने ऑल इंडिया रैंक वन हासिल की है. वहीं दूसरा स्थान अनिमेश प्रधान को मिला है और तीसरे नंबर पर अनन्या रेड्डी हैं, चौथे स्थान पर पीके सिद्धार्थ रामकुमार हैं जबकि पांचवें स्थान पर रुहानी हैं. बता दें कि जिन 1016 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ है उनमें 347 जनरल कैटेगिरी से हैं। 115 ईडब्ल्यूएस क्लास से हैं जबकि 303 ओबीसी कैंडिडेट हैं. 165 एससी और 86 एसटी उम्मीदवारों का सेलेक्शन हुआ है. बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवाओं, ग्रुप ए और बी में नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण के आधार पर अंतिम परिणाम तैयार किए गए हैं.

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