सरगुजा-अंबिकापुर

Corruption: खुद को बचाने लाखों रुपए कर डाला खर्च, इधर अधिकारी भी बैठे मौन, इस जिले में भ्रष्टाचार बेलगाम

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Corruption) सरगुजा संभाग में इन दिनों भ्रष्टाचार बढ़ गया है। अधिकारी जांच रिपोर्ट आने के बाद भी आरोपी के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय उसे बचाने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं।

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(Corruption) ताजा मामला अंबिकापुर से लगे जिला बलरामपुर के राजपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत आरा का है। जहां एक महिला स्वयं सहायता समूह जिसका पूरा नाम सहेली महिला स्वयं सहायता समूह है। (Corruption) उक्त स्वयं सहायता समूह के द्वारा ग्राम पंचायत आरा के सर्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राशन वितरण का भी कार्य किया जाता है।

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सहेली महिला स्वयं सहायता समूह ग्राम पंचायत आरा के संचालन करता एवं सहायक विक्रेता मोहम्मद इकबाल के द्वारा पिछले कई वर्षों से राशन कार्ड के हेराफेरी करते हुए मृत हितग्राहियों की खाद्यान्न उठाव कर गबन करते हुए शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा था।

लेकिन इसी बीच गांव के कुछ जागरूक ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई। उन्होंने तत्काल इसकी शिकायत राजपुर के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) से की गई। मगर अनुभाग अधिकारी राजपुर के द्वारा इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया।

जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बलरामपुर के कलेक्टर से की। कलेक्टर बलरामपुर के द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल इसकी जांच के आदेश दे दिए गए। कलेक्टर बलरामपुर के आदेश पर 3 सदस्य जांच दल का गठन किया गया।

जिसमें नायाब तहसीलदार राजपुर ,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत राजपुर, व खाद्य अधिकारी बलरामपुर थे।  जांच दल के द्वारा मामले की गहनता से छानबीन करते हुए वह ग्रामीणों से पूछताछ कर मामले की जांच रिपोर्ट अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) राजपुर को 28 सितंबर 2020 को सौंपा..।

नहीं हुआ अब तक FIR

जांच अधिकारियों के द्वारा 28 सितंबर 2020 को जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद आज दिनांक तक अनुभवी अधिकारी राजस्व राजपुर के द्वारा इस मामले में किसी प्रकार की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। अधिकारी राजनीतिक संरक्षण में नियम कानून को भी ताक में रखकर आरोपी को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। सूत्रों की माने तो आरोपी खुद को बचाने के लिए ऊपर से लेकर नीचे तक लाखों रुपए अब तक खर्च कर चुका है। जिसके कारण उसकी फाइल रुकी हुई है

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