हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र-रोहित के घर पहुंचे निगम अफसर, पुलिस के अलावा इनकम टैक्स अफसर ने शुरू की जांच

रायपुर। रायपुर के हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र और रोहित तोमर के खिलाफ प्रशासन और पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। रविवार को नगर निगम की टीम जोन 8 के कमिश्नर हितेंद्र यादव के नेतृत्व में दोनों आरोपियों के मकान पहुंची। टीम ने उनके परिजनों से मकान निर्माण से जुड़े दस्तावेज और टैक्स संबंधी जानकारी मांगी। दस्तावेज लेने के बाद टीम लौट गई। बताया गया है कि इन दस्तावेजों की जांच कर यह पता लगाया जाएगा कि मकान की अनुमति कितनी है और इसकी लागत क्या रही।
इधर आयकर विभाग भी तोमर बंधुओं की संपत्ति की जांच में जुटा है। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके पास कुल कितनी संपत्ति है, वे कितनी संपत्तियों पर टैक्स दे रहे हैं और कितनी संपत्तियां बेनामी हैं। पुलिस के मुताबिक तोमर बंधुओं के घरों से 37 लाख नकद, सोने-चांदी के जेवर, चार लग्जरी वाहन, हथियार, आवाजी कारतूस, चेकबुक, रजिस्टर और दस्तावेज जब्त किए गए हैं। भतीजा दिव्यांश तोमर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, लेकिन उसने जवाब देने से इनकार करते हुए कहा कि “सब चाचा को पता है।”
सूत्रों के अनुसार, पुलिस वीरेंद्र और रोहित को कर्ज के धंधे में स्थापित करने वाले मददगारों की तलाश कर रही है। आरोप है कि वे लोगों को डराने के लिए अवैध हथियार और आवाजी कारतूस का इस्तेमाल करते थे। कार्रवाई के बाद अब कई पीड़ित सामने आ रहे हैं। हाल ही में नारायणपुर निवासी एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसने 10 लाख का कर्ज लिया और 1.10 करोड़ चुका देने के बावजूद उसे धमकाया जाता रहा। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।